नई दिल्ली। देश में बढ़ते निवेशकों से धोखाधड़ी को देखते हुए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने निवेशकों को सतर्क रहने को कहा है। विभिन्न कंपनियों द्वारा पैसे जुटाने की गैरकानूनी प्रोजेक्ट का संचालन किए जाने पर सेबी ने चिंता जताई है। कंपनियां इस तरह की प्रोजेक्ट पर प्रतिबंध के बावजूद इन्हें चला रही हैं। ऐसे में चिंतित सेबी ने आम जनता को इस तरह की कंपनियों में निवेश से बचने को कहा है।
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गैरकानूनी पैसे जुटाने वाली कंपनियों की दें जानकारी
सेबी ने 95 ऐसी इकाइयों की सूची भी जारी की है और निवेशकों से उनकी योजनाओं में निवेश नहीं करने को कहा है। इनमें से कई इकाइयां पश्चिम बंगाल की हैं। सेबी ने निवेशकों से कहा है कि वे इस तरह की गैरकानूनी पैसे जुटाने की गतिविधियों की जानकारी नियामक, पुलिस सहित राज्य सरकार के अधिकारियों को उचित ब्योरे या दस्तावेज के साथ तत्काल दें।
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इन कंपनियों में ना करें निवेश
सेबी ने जिन 95 इकाइयों पर धन जुटाने का प्रतिबंध लगाया गया है उनमें विस्डम एग्रो टेक इंडिया, राघव कैपिटल एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर, एडल लैंडमाक्र्स (ईरा लैंडमाक्र्स), आरडीपीएल इन्फ्रास्ट्रक्चर, एग्री गोल्ड फार्म एंड एस्टेट्स, सारदा रीयल्टी इंडिया, रोजवैली रीयल एस्टेट एंड कंस्ट्रक्शन तथा साई प्रसाद प्रॉपर्टीज शामिल हैं। इन कंपनियों और उनके निदेशकों पर नियामक ने अंतरिम आदेश के जरिए मौजूदा या किसी नई योजना के जरिए जनता से धन जुटाने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। इनमें से कुछ कंपनियों को अपनी गैर पंजीकृत योजनाओं को बंद करने और निवेशकों का पैसा लौटाने का भी निर्देश दिया गया है।