नई दिल्ली। बाजार नियामक सेबी के निदेशक मंडल ने मंगलवार को कई सुधारों की घोषणा की। इसमें गोल्ड एक्सचेंज के साथ साथ सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों के लिये पूंजी जुटाने का मार्ग प्रशस्त करते हुये सामाजिक शेयर बाजार खोलने के वास्ते ढांचागत संरचना को मंजूरी दे दी। सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी ने निदेशक मंडल की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इसके अलावा भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अधिक प्रभावी मतदान के अधिकार से जुड़े शेयरों के मामले में पात्रता जरूरतों में ढील देने का निर्णय किया है। सेबी निदेशक मंडल ने खुली पेशकश के बाद सूचीबद्धता समाप्त करने के विधान में संशोधन के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है।
सेबी के चेयरमैन त्यागी ने कहा कि सामाजिक सेवाओं से जुड़ी कंपनियों के लिये कोष जुटाने को लेकर बाजार गठित करने के वास्ते सामाजिक शेयर बाजार के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है। उन्होंने कहा कि वह ऐसे बाजार के गठन की स्पष्ट समयसीमा के बारे में नहीं बता सकते। इसे आगे बढ़ाने के लिये सरकार के साथ काम करेंगे। सेबी ने सोशल स्टॉक मार्केट के लिये टेक्निकल ग्रुप का गठन जून 2020 में किया था। सोशल स्टॉक एक्सचेंज का विचार 2019-20 के बजट में रखा गया था।
सोशल स्टॉक मार्केट ऐसी कंपनियों को फंड जुटाने का प्लेटफॉर्म देगा जो किसी सामाजिक कार्य से जुडी होंगी। ये कंपनियां शिक्षा, रोजगार, पर्यावरण, ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाली कंपनियां हो सकती हैं। हालांकि राजनैतिक और धार्मिक कामों से जुड़ी कंपनियां इसमें शामिल नहीं हो सकती। एसएसई कोई नया विचार नहीं है, सिंगापुर, इंग्लैंड, कनाडा जैसे देशों में ऐसे स्टॉक एक्सचेंज चल रहे हैं।