नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का जून तिमाही में मुनाफा 81 फीसदी की बढ़त के साथ 4189 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। मुनाफे में ये तेज उछाल तिमाही के दौरान लाइफ इंश्योरेंस कारोबार में हिस्सा बिक्री की वजह से देखने को मिला है। पिछले साल की इसी तिमाही में बैंक को 2312 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था। जून के महीने में ही SBI ने ऑफर फॉर सेल के जरिए एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस में 2.1 फीसदी की हिस्सेदारी करीब 1540 करोड़ रुपये में बेची थी।
जून में खत्म हुई तिमाही के दौरान नेट इंट्रेस्ट इनकम पिछले साल के मुकाबले 16.1 फीसदी की बढ़त के साथ 26641 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। पिछले साल की इसी तिमाही में बैंक की नेट इंट्रेस्ट इनकम यानि NII 22,938 करोड़ रुपये के स्तर पर थी। नेट इंट्रेस्ट इनकम बैंक द्वारा कर्ज पर कमाए गए ब्याज और ग्राहकों को जमा पर चुकाए गए ब्याज का अंतर होता है।
तिमाही के दौरान बैंक के कर्ज पर प्रोविजन में भी बढ़त देखने को मिली है। तिमाही के दौरान प्रोविजन पिछले साल के मुकाबले 36 फीसदी की बढ़त के साथ 12501 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गए हैं। हालांकि मार्च तिमाही के मुकाबले इसमें कमी देखने को मिली है, मार्च में खत्म हुई तिमाही में 13495 करोड़ रुपये के प्रोविजन किए गए थे। जून तिमाही के दौरान कोविड 19 की वजह से भी 1836 करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रोविजन भी किए गए। इसके साथ ही जून तिमाही तक कोविड 19 की वजह से कुल प्रोविजन 3000 करोड़ रुपये के पार पहुंच गए हैं।
तिमाही आधार पर ग्रॉस NPA में गिरावट देखने को मिली और वो पहली तिमाही में 5.44 फीसदी के स्तर पर आ गए। मार्च तिमाही में ग्रॉस NPA 6.15 फीसदी के स्तर पर थे।