मुंबई। शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले सोमवार को रुपया नौ पैसे टूटकर 71.03 पर खुला। इसकी प्रमुख वजह कच्चे तेल की कीमतों में तेजी होना और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार तनाव की चिंताएं बढ़ना है। इसके चलते निवेशकों का रुख सावधानी भरा रहा।
मुद्रा कारोबारियों के अनुसार बाजार में खबर है कि अमेरिका और चीन व्यापार मुद्दों को लेकर यदि किसी समाधान पर नहीं पहुंचते हैं तो अमेरिका मौजूदा शुल्क दरों में बढ़ोत्तरी करके चीन पर दबाव बढ़ा सकता है। इसके चलते रुपया दबाव में देखा गया। हालांकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की लिवाली और अन्य मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर रहने से रुपए में यह गिरावट संभली रही।
हांगकांग में गुरुवार को एक साक्षात्कार में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चीन नीति के सलाहकार माइकल पिल्सबरी ने कहा था कि यदि किसी समझौते पर नहीं पहुंचा जाता है तो ट्रंप शुल्क दरों को बढ़ाकर व्यापार युद्ध को खींच सकते हैं। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 71.03 पर खुला। यह पिछले बंद के मुकाबले नौ पैसे कमजोर स्थिति है।
बता दें कि शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 70.94 पर बंद हुआ था। ब्रेंट कच्चा तेल 1.04 प्रतिशत बढ़कर 64.95 डॉलर प्रति बैरल रहा। इसी बीच आरंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 35.78 करोड़ रुपए की लिवाली की।