नई दिल्ली। भारत और कुछ अन्य देशों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर चिंताओं के बीच डॉलर के मुकाबले रुपये में आज तीसरे दिन भी गिरावट देखने को मिली है। बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सात पैसे की गिरावट के साथ 72.62 पर बंद हुआ है। अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 72.68 पर कमजोर खुला। लेकिन सत्र के दौरान इसकी शुरुआती गिरावट कुछ कम हो गई और कारोबार के अंत में रुपया सात पैसे टूटकर 72.62 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। वहीं डॉलर से अलग रुपये में दूसरी अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले बढ़त देखने को मिली है। आज के कारोबार में रुपया पाउंड, यूरो, येन के मुकाबले मजबूत हुआ है।
कैसे रहे विदेशी संकेत
इस बीच, विश्व की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.14 प्रतिशत की तेजी के साथ 92.66 के स्तर पर पहुंच गया। वैश्विक मानक माने जाने वाले ब्रेंट कच्चा तेल 1.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63.32 डॉलर प्रति बैरल रह गया। विश्लेषकों का मानना है कि भारत में कोविड-19 के दूसरे दौर की लहर और यूरोप में तीसरे दौर की लहर को लेकर कुछ समय के लिए बाजार में अनिश्चितताओं का दौर बना रह सकता है।
कैसी रही मार्च में रुपये की चाल
बीते 3 दिन के दौरान रुपया 72.37 के स्तर से गिरकर 72.62 प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। यानि इस दौरान रुपये में 25 पैसे की कमजोरी देखने को मिली है। फरवरी के अंत में रुपया 73.47 के स्तर पर था। यानि मार्च के दौरान रुपया 85 पैसे मजबूत हुआ है। मार्च के दौरान रुपया 72.37 के स्तर तक मजबूत हुआ है। वहीं गिरावट आने पर रुपया 73.55 के स्तर तक नीचे भी गिरा है।