नई दिल्ली। विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों के द्वारा लगातार जारी निवेश से सोमवार के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती देखने को मिली है। आज के कारोबार के दौरान रुपये ने मजबूती के साथ 73 के स्तर से भी नीचे आ गया, हालांकि कारोबार के अंत में रुपये 73 के स्तर से ऊपर ही बंद हुआ। इसके साथ ही रुपया 4 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
आज अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले नौ पैसे की तेजी के साथ 73.02 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बाजार सूत्रों ने कहा कि देश में कोविड-19 के टीके को मंजूरी मिलने के कारण भी कारोबियों के सेटीमेंट्स सुधरे और रुपये को मजबूती मिली। कारोबार की शुरुआत से ही रुपये में मजबूती देखने को मिल रही थी। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 18 पैसे की मजबूती के साथ 72.93 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया 72.90 प्रति डॉलर के उच्चस्तर तक मजबूत हुआ वहीं गिरावट आने पर रुपया 73.03 प्रति डॉलर के निचले स्तर तक भी आया। यानि पूरे कारोबार के दौरान रुपया मजबूती में ही रहा और इसमें 13 पैसे के दायरे में कारोबार हुआ। अंत में रुपया आज नौ पैसे की बढ़त के साथ 73.02 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
आज का बंद स्तर एक सितंबर, 2020 के बाद का रुपये का सबसे मजबूत बंद स्तर है। एक सितंबर को रुपया 72.87 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.51 प्रतिशत टूटकर 89.47 पर रह गया। वैश्विक कच्चा तेल मानक माने जाने वाले ब्रेंट कच्चा तेल वायदा की कीमत 1.18 प्रतिशत की तेजी के साथ 52.41 डॉलर प्रति बैरल हो गई। वहीं शेयर बाजार आज भी नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने में कामयाब रहा।