नई दिल्ली। डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार मजबूती का रुख है, आज लगातार तीसरे सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया बढ़त के साथ बंद हुआ है। विदेशी फंड का देश में प्रवाह लगातार जारी रहने और डॉलर के कमजोर रुख के चलते शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 43 पैसे की तेजी के साथ 73.39 के स्तर पर बंद हुआ। इस हफ्ते रुपये में 2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है, जो कि 21 दिसंबर 2018 के बाद किसी भी हफ्ते में दर्ज हुई सबसे तेज साप्ताहिक बढ़त है। 21 दिसंबर 2018 को खत्म हुए हफ्ते में रुपया 2.4 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ था।
माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक के द्वारा कोई हस्तक्षेप न करने से रुपये में मजबूती देखने को मिली है। रिजर्व बैंक रुपये में किसी तेज उछाल या तेज गिरावट को नियंत्रित करने के लिए सरकारी बैंकों के द्वारा समय समय पर डॉलर की खरीद करता रहता है। आज की बढ़त के बाद डॉलर के मुकाबले रुपया 5 मार्च के बाद से सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गया है, 5 मार्च को रुपया 73.28 के स्तर पर बंद हुआ था।
जानकारों की मुताबिक रिजर्व बैंक आने वाले समय में डॉलर की खरीद कर सकता है। केंद्रीय बैंक अपने फॉरेक्स रिजर्व को मजबूत करने के लिए डॉलर की खरीद कर रहा है। इस वित्त वर्ष में अब तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 60 अरब डॉलर बढ़कर अब तक के सबसे उंचे स्तरों पर पहुंच चुका है।
आज के कारोबार की बात करें तो अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में घरेलू मुद्रा बिना किसी उतार-चढ़ाव के खुली, लेकिन जल्द ही बढ़त दर्ज करते हुए अंत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.39 के स्तर पर बंद हुई, जो पिछले बंद भाव 73.82 के मुकाबले 43 पैसे अधिक है। दिन के कारोबार के दौरान रुपये ने 73.29 के ऊपरी स्तर और 73.87 का निचला स्तर छुआ। वहीं छह प्रमुख मु्द्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.72 प्रतिशत गिरकर 92.33 पर आ गया। शेयर बाजार के ताजा आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को सकल आधार पर 1,164.32 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।