नई दिल्ली। अमेरिकी करेंसी डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी रुपए ने इस हफ्ते मजबूती के साथ शुरुआत की है। डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे की मजबूती के साथ खुला है और धीरे-धीरे और मजबूत हो रहा है। फिलहाल डॉलर का भाव घटकर 68.66 रुपए तक आ गया है। रुपए में आई इस रिकवरी के फायदे भी हैं और नुकसान भी।
रुपए में मजबूती से विदेशों से आयात होने वाली हर वस्तु या सेवा पर पहले के मुकाबले कम खर्च आएगा। भारत में विदेशों से सबसे ज्यादा आयात पेट्रोलियम उत्पादों का होता है, इसके अलावा इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण और सोने का ज्यादा आयात होता है। रुपए में मजबूती से इस तरह की तमाम वस्तुओं के आयात की लागत कम होगी जिससे घरेलू बाजार में इनके सस्ता होने की संभावना बढ़ जाती है।
रुपए की मजबूती के नुकसान की बात करें तो विदेशों को निर्यात होने वाली हर वस्तु या सेवा के बदले में जो डॉलर मिलेंगे उनको रुपये में बदलवाने पर पहले के मुकाबले कम रुपए मिलेंगे। यानि रुपए की मजबूती से निर्यात प्रभावित होगा।