नई दिल्ली। मंगलवार के कारोबारी सत्र मेंं रुपए की शुरुआत मजबूती के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 1 पैसा मजबूत होकर 64.50 पर खुला है। जबकि, सोमवार के सत्र में रुपया 10 पैसे की कमजोरी के साथ 64.51 पर बंद हुआ। वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपया पिछले कारोबारी दिन यानी गुरुवार को 28 पैसे की जोरदार तेजी के साथ 64.41 के स्तर पर बंद हुआ था।
1975 के बाद रुपए का सबसे दमदार प्रदर्शन
इस साल के पहले तीन महीने में रुपया 4.3 फीसदी बढ़ा है। रुपए में साल 2010 के बाद की ये सबसे बड़ी तेजी थी। एशिया में डॉलर के मुकाबले रुपए का प्रदर्शन सबसे बेहतर था। रुपए ने वर्ष 1975 के बाद पहली तिमाही में सबसे बेहतर प्रदर्शन भी किया। इस बीच निर्यात ने भी तिमाही आधार पर गिरावट के बाद पिछले दो आंकड़ों में पहली बार सुधार दिखाया है। यह भी पढ़े: 8 राज्यों में अब हर रविवार को बंद रहेंगे पेट्रोल पंप, ईंधन बचाने के लिए 14 मई से होगी शुरुआत
रुपए में और मजबूती की उम्मीद
डीबीएस बैंक के ट्रेडिंग हेड आशीष वैद्य का कहना है कि फाइनेंशियल ईयर 2017-18 की तीसरी तिमाही में रेटिंग अपग्रेड होने की उम्मीद है। जीएसटी लागू होने और बैड लोन का मसला सुलझने के बाद आर्थिक माहौल बेहतर होगा। इन सबसे सॉव्रिन रेटिंग अपग्रेड की संभावना भी बन सकती है। इसीलिए विदेशी निवेश बढ़ रहा है और रुपए को मजबूती मिल रही है। यह भी पढ़े: Paytm ने एप में जोड़ा नया फूड वॉलेट फीचर, अब आप कर पाएंगे ये सभी काम
रुपए में कमजोरी क्यों
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशों में डॉलर के कमजोर होने के बावजूद अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच जारी तनाव से बाजार में उतार चढ़ाव रहा जिसने विदेशी मुद्राविनिमय बाजार की धारणा को कमजोर बनाये रखा। कमजोर इक्विटी बाजार के कारण भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई। हालांकि डॉलर की आसान आपूर्ति तथा इक्विटी और रिण बाजार में निरंतर निवेश ने गिरावट को कुछ थाम दिया।
बीते सत्र में कुछ ऐसा रहा कारोबार
हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र सोमवार को अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 64.42 रुपए प्रति डॉलर पर अपरिवर्तित रुख लिए खुला और कमजोर डॉलर के कारण जल्द ही 64.29 रुपए प्रति डॉलर के दिन के उच्चतम स्तर को छू गया। दोपहर में रुपए की तेजी बरकरार नहीं रह सकी और यह 64.53 रुपए प्रति डॉलर तक लुढ़कने के बाद अंत में 10 पैसे की गिरावट दर्शाता 64.51 रुपए प्रति डॉलर बंद हुआ।