नई दिल्ली। भारतीय रुपए ने लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ शुरुआत की है। शुक्रवार के कारोबारी सत्र में एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 6 पैसा कमजोर होकर 64.27 पर खुला है। वहीं, गुरुवार के सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे की मजबूती के साथ 64.21 के स्तर पर बंद हुआ था। इससे पहले बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे की मजबूती के साथ 64.33 पर बंद हुआ था। यह भी पढ़े: इन कंपनियां का मुनाफा दोगुना होने से शेयर के भाव 300% बढ़े, आपके पास अब भी है मौका
3 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंचा
निर्यातकों और बैंकों की डॉलर बिकवाली के कारण गुरुवार को रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 12 पैसे की तेजी के साथ करीब तीन सप्ताह के उच्च स्तर 64.21 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह भी पढ़े: निफ्टी 5 साल में छुएगा 30 हजार का स्तर, अब इन शेयरों में हैं कमाई का बड़ा मौका
इसलिए आई रुपए में मजबूती
फॉरेक्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से पूंजी का प्रवाह बढ़ने से रुपए को सहारा मिला। ब्रिटेन में होने वाले आम चुनाव के मद्देनजर मुद्रा व्यापारियों और सटोरियों ने डॉलर वायदा के अपने सौदे हल्के किए।यह भी पढ़े: RBI ने ब्याज दरों में नहीं किया कोई बदलाव, SLR 0.50 फीसदी घटाकर 20 फीसदी किया
अगर अमेरिका में बढ़ी ब्याज दरें तो अगली छमाही में गिर सकता है रुपया
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के जारी सर्वे के मुताबिक अगर अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ती है तो अगली छमाही में भारतीय रुपए पर दबाव देखने को मिल सकता है। वहीं, ब्रोकरेज फर्म सिटी के मुताबिक जून में अगर ब्याज दरें बढ़ती है तो अमेरिकी डॉलर को इससे सहारा मिलेगा। लिहाजा इमर्जिंग मार्केट की करेंसी पर दबाव देखने को मिल सकता है।यह भी पढ़े: खत्म होगा सस्ती कॉल और सस्ते डेटा का दौर, टेलीकॉम कंपनियां कर रही है कीमतें बढ़ाने की तैयारी!