मुंबई। डॉलर की लगातार मजबूती, विदेशी निवेश प्रवाह में कमी तथा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंता की वजह से रुपए पर अभी दबाव बना रहेगा। बैंकरों का कहना है कि इस सप्ताह रुपया और टूटकर 70 रुपए प्रति डॉलर तक पहुंच जाएगा। उनका कहना है कि 69.30 प्रति डॉलर एक महत्वपूर्ण स्तर है। यदि रुपया इससे नीचे जाता है तो यह और टूटकर 70 रुपए प्रति डॉलर तक पहुंच जायेगा।
बैंकरों ने कहा कि यदि रुपया 70 पर आता है तो यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लिए संतोषजनक स्थिति नहीं होगी और वह इसका मजबूती से बचाव करेगा। 28 जून को रुपया 69.10 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर तक पहुंच गया था। गुरुवार को यह 68.95 रुपए प्रति डॉलर पर और शु्क्रवार को 68.87 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
एक वरिष्ठ बैंक अधिकारी ने कहा कि कच्चे तेल की ऊंची कीमत की वजह से चालू खाते के घाटे के बढ़ने की चिंता तथा पेट्रोलियम कंपनियों और अन्य आयातकों की डॉलर मांग से रुपया प्रभावित हो रहा है। इस सप्ताह कुछ समय के लिए रुपया 70 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंचेगा। हालांकि, यह ज्यादा समय तक इस स्तर पर नहीं रहेगा।
एक अन्य बैंक के अधिकारी ने कहा कि जिन कंपनियों को अपने बाह्य वाणिज्यिक कर्ज (ECB) को चुकाना है वे भी डॉलर जमा कर रही हैं।
एक अन्य बैंकर ने कहा कि रिजर्व बैंक रुपए को 69.30 रुपए प्रति डॉलर से नीचे नहीं आने देगा। यदि यह इस स्तर को पार करता है तो थोड़े समय में ही 70 रुपए प्रति डॉलर पर आ जाएगा। रिजर्व बैंक ने हमेशा कहा है कि वह घरेलू मुद्रा के लिए कोई लक्ष्य नहीं रखता, लेकिन इसके उतार-चढ़ाव पर काबू पाने के लिए हस्तक्षेप करता है।
29 जून को देश का विदेशी मुद्रा भंडार 406.058 अरब डॉलर था। इससे रिजर्व बैंक के पास हस्तक्षेप करने की गुंजाइश है।