![साल के अंत तक 69 रुपए का हो जाएगा एक डॉलर, आयात होने वाली चीजें हो जाएंगी महंगी](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/paisa-new-lazy-big-min.jpg)
नई दिल्ली। डॉलर के मुकाबले रुपया दिसंबर, 2017 तक कमजोर होकर 68-69 प्रति डॉलर पर आ सकता है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर राजनीतिक जोखिमों और अमेरिकी डॉलर की मजबूती से रुपया कमजोर पड़ेगा। डॉलर के मुकाबले रुपए में कमजोरी से आयात होने वाली चीजें जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट और तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं। हालांकि, इससे भारतीय आईटी कंपनियों को फायदा होगा।
जनवरी, 2017 से रुपया मजबूत हो रहा है। जनवरी के शुरू में यह 67.90 प्रति डॉलर पर था, जो आज मजबूत होकर 65.40 प्रति डॉलर पर पहुंच चुका है। एडलवाइस के रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि बेहतर बजट और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमान पर नोटबंदी के सीमित असर तथा उत्तर प्रदेश चुनावों में भाजपा की भारी जीत से रुपया मजबूत हुआ है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा वृहद आर्थिक बुनियाद, विदेशी मुद्रा भंडार और नियंत्रित दोहरे घाटे की वजह से भी रुपए को मजबूती मिली है। एडलवाइस का मानना है कि दिसंबर, 2017 तक वैश्विक राजनीतिक जोखिमों और अमेरिकी डॉलर की मजबूती जैसे कारणों से रुपया कमजोर होकर 68-69 प्रति डॉलर पर आ जाएगा।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट ने से आयात होने वाली सभी चीजें महंगी हो जाएंगी। भारत बड़े पैमाने पर खाने का तेल और कच्चा तेल आयात करता है। आयात महंगा होने पर तेल की कीमतों पर असर पड़ेगा।