नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी के साथ बढ़ने का असर विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार पर भी दिखाई दिया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में 102 पैसे की जबर्दस्त गिरावट दर्ज की गई। इस गिरावट के बाद रुपया अब तक के सबसे निम्न स्तर 76.22 रुपये प्रति डॉलर तक नीचे आ गया।
विदेशी मुद्रा डीलरों का मानना है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमित मामलों की संख्या तेजी से बढ़ने का अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। अब तक ऐसे मामलों की संख्या 400 से ऊपर निकल चुकी है। बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 75.90 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। दिन के उतार चढाव के बाद यह कारोबार की समाप्ति के समय 102 पैसे की भारी गिरावट के साथ 76.22 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान रुपये ने 76.30 रुपये का सबसे निचला और 75.86 रुपये प्रति डालर का दिन का ऊपरी स्तर छुआ।
जिसके बाद अंत में यह 76.22 रुपये प्रति डॉलर के स्तर के आसपास बंद हुआ। पिछले सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 75.20 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई थी।
देश दुनिया में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी के साथ फैलने के बाद से आर्थिक गतिविधियों को गहरा झटका लगा है। इस संक्रमण से निपटने के उपायों के तहत लोगों को एक स्थान पर एकत्रित होने से रोका जा रहा है। इसकी वजह से उद्योग धंधों को बंद रखा जा रहा है। यही वजह है कि शेयर बाजार के साथ ही रुपये की विनिमय दर में भी गिरावट आ रही है।