नई दिल्ली। अमेरिकी करेंसी डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी रुपए में गिरावट बढ़ने लगी है, गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 5 महीने के नए निचले स्तर तक लुढ़क गया है, डॉलर का भाव बढ़कर 65.36 रुपए हो गया है जो नवंबर 2017 के बाद सबसे ज्यादा भाव है, रुपए में आई इस कमजोरी की वजह से मौजूदा हालात में फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता नजर आ रहा है।
पेट्रोल और डीजल और महंगा होने की आशंका बढ़ी
सबसे बड़ा नुकसान पेट्रोल और डीजल को लेकर हो सकता है, कच्चे तेल का भाव पहले ही 40 महीने के ऊपरी स्तर पर चल रहा है और अब रुपया कमजोर होने की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत और बढ़ गई है जिसके बाद तेल कंपनियों की तरफ से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका बढ़ गई है।
कमजोर रुपए से यह भी नुकसान
रुपए की कमजोरी से हर वह काम अब महंगा हो गया है जिसके लिए विदेशी मुद्रा खर्च करनी पड़ती है, यानि विदेश घूमना, विदेश में पढ़ाई करना और विदेश से कोई भी सामान आयात करना। इस तरह से तमाम कामों के लिए अब आपको पहले के मुकाबले ज्यादा रुपए चुकाने पड़ेंगे।
ये हैं कमजोर रुपए के फायदे
हालांकि रुपए की इस कमजोरी के कुछ फायदे भी हैं, ऐसा हर काम जिसकी पेमेंट आपको डॉलर में मिलती है उससे पहले के मुकाबले आपको ज्यादा फायदा मिलेगा। विदेशों को निर्यात होने वाले सामान और सेवाएं पहले के मुकाबले ज्यादा फायदेमंद हो गई हैं।