नई दिल्ली। निर्यातकों द्वारा अमेरिकी मुद्रा की बिकवाली और कच्चे तेल के दाम में नरमी से विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अपनी आरम्भिक गिरावट से उबर गया और मंगलवार को रुपये की विनिमय दर 73.34 पर अपने पिछले स्तरों के करीब ही बंद हुई। बाजार सूत्रों ने कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामले को लेकर चिंता और घरेलू शेयर बाजार में आई गिरावट से रुपये की सेंटीमेंट्स प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में डॉलर- रुपया दर 73.47 पर कमजोर खुली। दिन में कारोबार के दौरान अन्य एशियाई मुद्राओं में गिरावट के अनुरूप यह दिन के निचले स्तर 73.53 तक गई। बाद में रुपये की हानि कम हो गई और यह कारोबार के अंत में डॉलर के मुकाबले मात्र एक पैसे का लाभ दर्शाती 73.34 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई। पिछले दिन डालर के मुकाबले रुपया 73.35 पर बंद हुआ था।
इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.07 प्रतिशत घटकर 90.4 रहा। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले निवेशकों की कारोबारी धारणा को प्रभावित कर सकते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को सुबह आठ बजे तक अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 3,29 लाख नये मामले सामने आए जिससे संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 2,29,92,517 हो गई। वहीं कच्चे तेल के वैश्विक बाजार में ब्रेंट क्रूड वायदा 0.66 प्रतिशत घटकर 67.87 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।