नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की टिप्पणी के बाद गुरुवार को रुपये में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अच्छी मजबूती देखने को मिली है। आज के कारोबार में घरेलू करंसी 48 पैसे की जोरदार तेजी के साथ 73.82 के स्तर पर बंद हुई है। गवर्नर ने एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से उपजे मौजूदा हालात से निपटने के लिए आरबीआई के राहत कदम खत्म नहीं हुए हैं, जिसमें दरों में कटौती या अन्य नीतिगत उपाए शामिल हैं।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में घरेलू मु्द्रा अपने पिछले बंद स्तर 74.30 पर ही खुली और इसने जल्द ही तेजी का रुख दर्शाते हुए बढ़त हासिल कर ली। कारोबार के दौरान इसमें सीमित गिरावट के साथ 56 पैसे के दायरे में कारोबार हुआ। इस दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये ने 73.81 का दिन का उच्चतम स्तर और 74.36 का निचला स्तर दर्ज किया। कारोबार के अंत में डॉलर के मुकाबले घरेलू करंसी 73.82 के स्तर पर बंद हुई, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 48 पैसे अधिक है।
एक वेब गोष्ठी में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि बैंकों को कर्ज देने से बचने की जगह अपने जोखिम प्रबंधन और प्रशासनिक ढांचे में सुधार करना चाहिए और खुद में पर्याप्त लचीलापन लाना चाहिए। कर्ज वृद्धि में सुस्ती की खबरों के बीच उन्होने कहा, ‘‘जोखिम से जरूरत से ज्यादा बचने की प्रवृत्ति से अपना ही नुकसान हो सकता है, इससे बैंक कमाई नहीं कर पाएंगे।’’ उन्होंने आगे कहा कि ‘‘चाहे दर में कटौती हो या फिर अन्य नीतिगत कदम, हमारे राहत के उपाय अभी खत्म नहीं हुए हैं।’’
वहीं दूसरी तरफ छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.17 प्रतिशत गिरकर 92.84 पर आ गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी फंड्स का फ्लो जारी रहने, घरेलू शेयर बाजार के सकारात्मक रुख और अमेरिकी डॉलर की कमजोरी से रुपये को समर्थन मिला है और निवेशकों के सेंटीमेंट्स मजबूत हुए हैं। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को सकल आधार पर 1,581.31 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।