नई दिल्ली। डॉलर की नरमी तथा घरेलू शेयर बाजारों की तेजी के दम पर बृहस्पतिवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले बढ़त में रहा और ये मजबूती के साथ एक बार फिर 75 के स्तर से नीचे आ गया। आंकड़ों के अनुसार रुपया तीन पैसे की बढ़त के साथ 74.99 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों की तेजी और विदेशी बाजारों में डॉलर की नरमी ने रुपये को समर्थन दिया। हालांकि विदेशी निवेशकों की निकासी तथा कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में वृद्धि ने रुपये पर नकारात्मक असर डाला। इससे रुपये में बढ़त सीमित रही।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 74.94 पर खुला, लेकिन बाद में इसने शुरुआती तेजी खो दी और प्राथमिक आंकड़ों के हिसाब से 74.99 प्रति डॉलर पर रहा। यह पिछले दिवस की तुलना में तीन पैसे ऊपर है। बुधवार को रुपया 75.02 प्रति डॉलर पर रहा था। उथल-पुथल भरे कारोबार में रुपया 74.91 प्रति डॉलर के दिन के उच्चतम स्तर और 75.07 प्रति डॉलर के दिन के निचले स्तर के बीच दायरे में रहा। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर का सूचकांक 0.02 प्रतिशत गिरकर 96.40 पर आ गया।
कोरोना संकट की वजह से साल 2020 में रुपये पर दबाव बना हुआ है। इस साल अब तक डॉलर के मुकाबले रुपये करीब 5 फीसदी तक टूट चुका है। गिरावट के साथ रुपया एशियाई बाजारों में सबसे दबाव वाली करंसी रहा है। भारत के कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में नबंर 3 पर आने से सेंटीमेंट्स और बिगड़ गए हैं। दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों की संख्या 1.20 करोड़ को पार कर गयी है और मरने वालों की संख्या 5.49 लाख से ऊपर हो गयी है। भारत में, स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीमारी के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 21,129 हो गयी और संक्रमण की संख्या बढ़कर 7,67,296 हो गयी है।