नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर डॉलर के मजबूत होने तथा घरेलू शेयर बाजार में नरमी के बीच मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को रुपया, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 10 पैसे की गिरावट के साथ 75.57 रुपये पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी फंड्स के सतत निवेश और व्यावसायिक गतिविधियों के फिर से शुरु होने से रुपये को सहारा मिला लेकिन अमेरिका और चीन के बीच व्यापार को लेकर तकरार के कारण स्थानीय मुद्रा में गिरावट आई।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के मुख्य सलाहकार देवर्ष वकील ने कहा, ‘‘कमजोर घरेलू आर्थिक आंकड़े तथा कोरोना-19 वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता के बीच भारतीय रुपया दूसरे दिन भी दबाव में रहा। पांच दिनों की कमजोरी के बाद डॉलर इंडेक्स में सुधार आने से भी रुपये के लिए सेंटीमेंट्स प्रभावित हुए।
अन्तरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 75.62 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला तथा कारोबार के दौरान 75.38 से 75.62 के दायरे में घूमने के बाद अंत में 10 पैसे की हानि के साथ 75.57 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बुधवार को बाजार 75.47 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।