नई दिल्ली। अमेरिकी डॉलर सूचकांक में तेजी से बृहस्पतिवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया मामूली गिरावट के साथ 73.52 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में तेजी के रुख और विदेशी फंड्स के सतत निवेश बढ़ने से रुपये को समर्थन मिला लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त तथा डॉलर के मजबूत होने के कारण रुपये के लिये सेंटीमेंट्स प्रभावित हुए।
आज अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 73.51 रुपये प्रति डॉलर पर बिना किसी बदलाव के खुला। कारोबार के दौरान 73.52 रुपये के निचले और 73.34 के उच्च स्तर को छूने के बाद अंत में यह अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले दो पैसे के नुकसान के साथ 73.52 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी मुद्रा का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.24 प्रतिशत बढ़कर 92.77 हो गया। वहीं, ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.07 प्रतिशत घटकर 75.41 डालर प्रति बैरल रह गया।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विदेशी मुद्रा एवं सर्राफा विश्लेषक, गौरांग सोमैया ने कहा, ‘‘घरेलू इक्विटी बाजार में भारी तेजी से कारोबार के शुरुआती सत्र में रुपया मजबूत रहा लेकिन बाद में डॉलर के प्रमुख मुद्राओं के समक्ष मजबूत होने से रुपया नीचे आ गया।’’ सोमैया ने कहा कि अमेरिका में जारी होने वाले खुदरा बिक्री आंकड़ों पर बाजार की नजर रहेगी। घरेलू शेयर बाजारों में से सेंसेक्स 417.96 अंक की तेजी के साथ 59,141.16 अंक के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। जबकि एनएसई निफ्टी 110.05 अंक यानी 0.63 प्रतिशत बढ़कर 17,629.50 अंक के नये रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक, पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने रहे और उन्होंने बुधवार को 232.84 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध रूप से खरीद की।
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