नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) गुरुवार को राइट्स इश्यू पर विचार करेगी। मंजूरी मिलने पर करीब तीन दशक में यह कंपनी का पहला राइट्स इश्यू होगा। ये कदम समूह पर कर्ज घटाने के प्रयासों का हिस्सा की कड़ी माना जा रहा है। आरआईएल ने शेयर बाजार को बताया कि उसके बोर्ड की 30 अप्रैल को बैठक होगी और इस दौरान 31 मार्च को समाप्त तिमाही के लिए फर्म के वित्तीय परिणामों को मंजूरी दी जाएगी।
साथ ही कंपनी ने कहा कि इस दौरान मौजूदा शेयरधारकों को राइट्स के आधार पर शेयर जारी करने के प्रस्ताव पर भी विचार होगा। कंपनी ने इस बारे में अधिक ब्यौरा दिए बिना कहा कि यह निर्गम मौजूदा कानूनों के तहत लाया जाएगा और इसके लिए जरूरी नियामकीय/ सांविधिक मंजूरियों की जरूरत होगी।
इससे पहले आरआईएल ने अपने डिजिटल प्लेटफार्म की 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी फेसबुक को 43,574 करोड़ रुपये में बेचने का करार किया है। अंबानी ने पिछले साल अगस्त में कहा था कि समूह 2021 तक पूरी तरह कर्ज मुक्त होने की दिशा में काम कर रहा है। विश्लेषकों को राइट्स इश्यू के जरिए कम से कम पांच प्रतिशत शेयर जारी किए जाने की उम्मीद है। दूसरे शब्दों में प्रत्येक शेयरधारक 100 शेयर रखने के बदले में पांच नए शेयर खरीद सकता है। मौजूदा शेयर कीमत पर थोड़ी छूट देने के बावजूद इससे आरआईएल को करीब 40,000 करोड़ रुपये जुटाने में मदद मिलेगी। रिलायंस ने पिछली बार 1991 में धन जुटाने के लिए आम लोगों का रुख किया था, जब उसने परिवर्तनीय ऋण पत्र जारी किए थे।