नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष 2020-21 की जुलाई-सितंबर यानि दूसरी तिमाही में 15 प्रतिशत घटकर 9,567 करोड़ रुपये रहा। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में कंपनी को 11,262 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी की आय 2020-21 की दूसरी तिमाही में घटकर 1.2 लाख करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 1.56 लाख करोड़ रुपये थी।
वहीं पिछले तिमाही के मुकाबले पेट्रोकैमिकल सेग्मेंट से कंपनी की आय 17.8 फीसदी बढ़कर 29665 करोड़ रुपये रही है। वहीं सेग्मेंट का एबिटडा 34.6 फीसदी बढ़कर 5964 करोड़ रुपये रहा है। रिफायनिंग सेग्मेंट से आय 33 फीसदी बढ़कर 62154 करोड़ रुपये रहा है। हालांकि पिछली तिमाही के मुकाबले सेग्मेंट का एबिटडा 21 फीसदी घटा। वहीं तिमाही दर तिमाही ग्रॉस रिफायनिंग मार्जिन यानि जीआरएम 6.3 डॉलर प्रति बैरल से घटकर 5.7 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए हैं। ऑयल एंड गैस सेग्मेंट में आय करीब 30 फीसदी गिरकर 355 करोड़ रुपये रही है।
वहीं रिलायंस रिटेल की कारोबार से आय 29.7 फीसदी बढ़कर 36566 करोड़ रुपये रही है। इसके साथ ही एबिटडा करीब दोगुना होकर 2006 करोड़ रुपये रहा है। वहीं एबिटडा मार्जिन 3.8 फीसदी से बढ़कर 5.5 फीसदी रहे हैं। रिटेल सेग्मेंट में सेल्स और सर्विस 30 फीसदी बढ़कर 41100 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई है।
नतीजों के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा हमने तिमाही के दौरान काफी मजबूती से प्रदर्शन किया है। हमने रिटेल और पेट्रोकैमिकल सेग्मेंट में रिकवरी दर्ज की, वहीं डिजिटल सर्विस में मजबूती बनाए रखी है। घरेलू मांग में रिकवरी देखने को मिली है, और हमारे लगभग सभी प्रोडक्ट में मांग महामारी के पहले के स्तर पर पहुंच गई है।