नई दिल्ली। गुरुवार को इन्फोसिस के रिजल्ट्स जारी होने के बाद चौथी तिमाही के नतीजों का सीजन शुरू हो जाएगा। माना जा रहा है कि इस तिमाही में ज्यादातर बड़ी आईटी कंपनियों को तिमाही दर तिमाही आधार पर 5-15 फीसदी तक घाटा होने का अनुमान है। वहीं, इस दौरान कंपनी की आय में एक फीसदी की मामूली बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है। इस पर एक्सपर्ट्स का मानना है कि खराब नतीजों को बाजार पहले ही डिस्काउंट कर चुका है। लिहाजा मौजूदा स्तर पर इन्फोसिस, HCL टेक और टेक महिंद्रा निवेश के लिए आकर्षक नजर आ रहे है।
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मैनेजमेंट कमेंट्री पर रहेगा फोकस
- आईटी कंपनियों के लिए दूसरी छमाही कमजोर रहती है, लेकिन इस बार चौथी तिमाही में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। कंपनियों के नतीजों में मैनेजमेंट कमेंट्री पर फोकस रहेगा। इसके साथ ही ट्रंप सरकार की पॉलिसी पर टेंशन बरकरार है, इसको लेकर मैनेजमेंट का क्या रुख रहेगा ये भी देखने लायक होगा। आईटी कंपनियों के नतीजों पर रुपये की मजबूती का असर दिख सकता है। हालांकि, आईटी कंपनियों के डिविडेंड या बायबैक पर क्या रणनीति होगी, ये देखना होगा।
कब आएंगे कौन सी कंपनी के नतीजे
- 13 अप्रैल को इंफोसिस के नतीजे आएंगे, इसके बाद 18 अप्रैल को टीसीएस और 25 अप्रैल को विप्रो के नतीजे आएंगे। 11 मई को HCL टेक नतीजे जारी करेगी।
इन्फोसिस का मुनाफा 3.7 फीसदी घटने का अनुमान
- ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के मुकाबले जनवरी-मार्च तिमाही में इन्फोसि में बेहतर ग्रोथ की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा 3.7 फीसदी घटकर 3570 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा 3708 करोड़ रुपए रहा था।
इन्फोसिस की आय में गिरावट का अनुमान
- वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही में इंफोसिस की आय 0.2 फीसदी घटकर 17,235 करोड़ रुपए रह सकती है। वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में इंफोसिस की आय 17,273 करोड़ रुपए रही थी। वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही में इंफोसिस की डॉलर आय 1.3 फीसदी बढ़कर 258.4 करोड़ डॉलर रह सकती है। वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में इंफोसिस की डॉलर आय 255.1 करोड़ डॉलर रही थी। तिमाही दर तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में इंफोसिस का एबिट मार्जिन 25.1 फीसदी से घटकर 24.8 फीसदी रहने का अनुमान है।
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रिजल्ट्स में इन फैसलों पर रहेगी नजर
- इंफोसिस की ओर से पिछले साल के मुकाबले गाइडेंस कम किया जा सकता है। वित्त वर्ष 2018 में कॉस्टेंट करेंसी में 7-9 फीसदी का ग्रोथ अनुमान दिया जा सकता है। साथ ही बाजार को इंफोसिस के मैनेजमेंट से शेयर बायबैक के एलान की उम्मीद है। दिसंबर 2016 तक इंफोसिस के पास 35,697 करोड़ रुपये की नकदी थी।
अब क्या करें निवेशक
- मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक आईटी कंपनियों के लिए चौथी तिमाही काफी टेंशन भरी रही है। पिछले तीन महीने में रुपए 5 फीसदी मजबूत हुआ है। साथ ही, अमेरिका में वीजा को लेकर चिंताएं बढ़ी है। इसीलिए इस साल निफ्टी का आईटी इंडेक्स 7 फीसदी टूट चुका है। हालांकि आने वाले समय में आईटी शेयरों में रिकवरी की उम्मीद है। लिहाजा निवेशक शॉर्ट टर्म के लिए दांव लगा सकते है।
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HCL टेक खरीदें, लक्ष्य 1000 रुपए
- ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल सिक्युरिटी के रिपोर्ट के मुताबिक चौथी तिमाही में कंपनी की आय 3.7 फीसदी बढ़ने का अनुमान है।
इन्फोसिस खरीदें, लक्ष्य 1250 रुपए
- रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा स्तर पर इन्फोसिस के शेयर में खरीदारी कर सकत है। फिलहाल शेयर बेहद आकर्षक नजर आ रहा है। अगर बायबैक का ऐलान होता है तो मौजूदा स्तर से शेयर बड़ी तेजी दिखा सकता है।
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टेक महिंद्रा खरीदें, लक्ष्य 550 रुपए
- रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीकॉम सेक्टर की ग्रोथ की फायदा कंपनी को मिलेगा। साथ ही, कंपनी के डाटा रेवेन्यू बूस्टर प्रोडक्ट को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। लिहाजा इस तिमाही में शेयर 20 फीसदी का ग्रोथ दिखा सकता है।