नई दिल्ली। बीते एक हफ्ते में टायर कंपनियों के शेयरों में बड़ी हलचल देखने को मिली है। MRF, सीएट और अपोलो टायर्स के शेयर में 5 फीसदी तक का उछाल देखने को मिला है। जबकि, जनवरी महीने में ये शेयर 10-15 फीसदी तक टूट गए थे। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इंटरनेशनल मार्केट में नेचुरल रबड़ की कीमतें पिछले दो दिन में 7 फीसदी तक टूट गई है। इसीलिए टायर कंपनियों के शेयरों में रौनक लौटी है। साथ ही, हाल में कंपनी ने टायरों के दाम 10 फीसदी से ज्यादा बढ़ाए है। लिहाजा आने वाले 1-2 महीने में ये शेयर जोरदार तेजी दिखा सकते है। ऐसे में निवेशकों के पास अच्छे रिटर्न पाने का बड़ा मौका है।
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क्यों आएगी टायर कंपनियों के शेयरों में तेजी
(1) नेचुरल रबड़ की कीमतें 23 फीसदी गिरी
- इंटरनेशल मार्केट में नेचुरल रबड़ की कीमतें फरवरी महीने में 23 फीसदी तक गिर चुकी है। इस महीने में यह अभी तक 351 येन प्रति किग्रा से गिरकर 271 येन प्रति किग्रा पर आ गए है। वहीं, पिछले 2 दिन में दाम करीब 7 फीसदी गिरे है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक कंपनियों की कुल लागत में 70 फीसदी हिस्सा नेचुरल रबड़ का है। नेचुरल रबड़ की कीमतों में गिरावट से कंपनियों के मार्जिंस सुधरेंगे।
(2) टायर कीमतों में 15 फीसदी की बढ़ोतरी
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टायर कंपनियों ने पिछले एक महीने में टायरों के दाम 12-15 फीसदी तक बढ़ा दिए है। इस कदम के बाद कंपनियों की आय में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी।
(3) सेल्स ग्रोथ पटरी पर लौटने की उम्मीद
- दिसंबर तिमाही में नोटबंदी के बाद ऑटो कंपनियों की सेल्स में गिरावट देखने को मिली थी, लेकिन जनवरी के बाद फिर से कंपनियों की सेल्स ग्रोथ लौट आई है। पिछले साल नोटबंदी की मार झेल रही ऑटो कंपनियों के लिए साल 2017 की शुरुआत बेहतर हुई है। जनवरी माह में देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति की बिक्री जनवरी में 27 फीसदी से अधिक बढ़कर 1.44 लाख कार रही है।
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अब आगे क्या
एंजेल ब्रोकिंग के मयूरेश जोशी का कहना है किटायर कंपनियों के वॉल्यूम ग्रोथ की बात की जाएं तो जिस तरह से नोटबंदी के बाद इस सेक्टर के दबाव आने की उम्मीद थी उतनी हुई नहीं है। हालांकि इस सेक्टर की कंपनियों के मार्जिन पर थोड़ा दबाव पड़ सकता है। लिहाजा एमआरएफ, जेके टायर में तेजी की पूरी संभावनाएं हैं।
एसएमसी ग्रुप के रिसर्च हेड डॉ. रवि सिंह का कहना है कि टायर कंपनियों के शेयरों में पिछले कुछ दिनों से अच्छी तेजी देखने को मिली है। नेचुरल रबड़ की कीमतें गिरने से कंपनियों की लागत कम होगी लिहाजा आगे शेयरों में और तेजी की उम्मीद है।
(1) अपोलो टायर्स खरीदें
- आईसीआईसीआई डायरेक्ट की रिपोर्ट के मुताबिक अपोलो टायर्स खरीदें, 12 महीने का लक्ष्य 225 रुपए है। देश की दूसरी सबसे बड़ी टायर कंपनी है।
- यह ट्रक बस सेगमेंट में 27 फीसदी के साथ मार्केट लीडर है।
- कार टायर सेगमेंट में इसका 19 फीसदी मार्केट शेयर है।
- यूरोप में इसकी सब्सिडियरी व्रेडेस्टेन अल्ट्रा हाई परफॉर्मेंस और विंटर कार टायर सेगमेंट में है, जिसमें मार्जिन बहुत ज्यादा है।
- कुल आय का 62 फीसदी भारत, यूरोप 27 फीसदी और अफ्रीका 11 फीसदी आता है।
(2) सीएट खरीदें
- ब्रोकरेज हाउस एडलवाइस की रिपोर्ट में सीएट के शेयर का लक्ष्य 1425 रुपए तय किया है।
- रिपोर्ट के अनुसार कंपनी का 2-व्हीलर्स सेगमेंट में मार्केट शेयर लगातार बढ़ रहा है।
- आने वाले समय में लागत घटने और दाम बढ़ाने का फायदा कंपनी को मिलेगा
(3) MRF खरीदें
- ब्रोकरेज हाउस आनंदराठी की रिपोर्ट के कंपनी के शेयर का लक्ष्य 60 हजार रुपए तय किया गया है।
- रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी की शानदार ब्रैंड वैल्यु है।
- कंपनी का घरेलू बाजार में सबसे ज्यादा 24 फीसदी मार्केट शेयर है।
- लागत घटने और कीमतें बढ़ने का फायदा कंपनी के परफॉर्मेंस पर देखने को मिलेगा।
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