नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण मामलों के रुझान के साथ ही कंपनियों के तिमाही परिणाम इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल तय करेंगे। बाजार के जानकारों के अनुसार निवेशकों को कोरोना वायरस संकट के बीच आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये सरकार की तरफ से एक और प्रोत्साहन पैकेज मिलने की उम्मीद है। इस पर भी निवेशकों की निगाह होगी। सोमवार यानी 20 अप्रैल से चरणबद्ध तरीके से एहतियाती उपायों के साथ आर्थिक गतिविधियां भी शुरू हो रही हैं। इससे भी बाजार को सहारा मिल सकता है।
सैमको सिक्योरिटीज एंड स्टॉक नोट के संस्थापक और सीईओ जिमीत मोदी ने कहा कि फिलहाल दुनिया की आबादी का बड़ा हिस्सा ‘लॉकडाउन’ के कारण घरों में बंद है। ऐसा लगता है जब तक बंद समाप्त नहीं होगा, बाजार को ठोस दिशा मिलने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस समय बंद समाप्त होता है, बाजार जमीनी स्तर की वास्तविकताओं के आधार पर प्रतिकिया देना शुरू करेगा। आने वाले सप्ताह में कंपनियां तिमाही वित्तीय परिणामों की घोषणा शुरू कर सकती हैं। इन्फोसिस और एसीसी दो बड़ी कंपनियां हैं जो इस सप्ताह वित्तीय परिणाम की घोषणा करने वाली हैं।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल सिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि कंपनियों के तिमाही परिणाम आने शुरू हो चुके हैं और निवेशकों का ध्यान अब कोरोना वायरस को लेकर कंपनियों के प्रबंधकों द्वारा उनके कारोबार पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में दी जाने वाली जानकारी पर होगा। सोमवार को एचडीएफसी बैंक पर सबकी निगाह होगी। बैंक ने सप्ताहांत वित्तीय परिणाम की घोषणा कर दी है
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि कंपनियों के तिमाही परिणाम से बहुत उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि इन्फोसिस और एसीसी जैसी प्रमुख कंपनियां अपने वित्तीय परिणाम की घोषणा करने वाली हैं। इससे इस सप्ताह क्षेत्र विशेष पर असर देखने को मिल सकता है।
रैलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि कंपनियों के तिमाही नतीजों का असर क्षेत्र विशेष के शेयरों पर देखने को मिल सकता है। इससे बाजार में उतार-चढ़ाव आ सकता है।