मुंबई। सरकार के चीनी दाम को निगरानी में रखने के लिए चीनी डीलरों पर स्टॉक सीमा प्रतिबंध को समाप्त करने के फैसले से जहां एक तरफ चीनी के दाम पर बढ़ता दबाव कम होगा वहीं व्यापारियों और डीलरों के स्तर पर चीनी की मांग में सुधार आएगा। एक अध्ययन में यह जानकारी दी गई है।
चीनी सत्र 2017-18 के पहले ढाई महीने में चीनी दाम में नरमी तथा इस दौरान सरकार के मांग और आपूर्ति परिदृश्य के संतुलित रहने तथा वर्ष के दौरान चीनी के दाम में स्थिर रुख रहने की उम्मीद में विगत मंगलवार को चीनी डीलरों पर चीनी सत्र 2016-17 के दौरान लगाई गई स्टॉकहोल्डिंग सीमा को हटा लिया था।
इंडिया रेटिंग ने यहां अपनी रिपोर्ट में कहा कि चीनी डीलरों पर चीनी का स्टॉक रखने की सीमा को हटाने से व्यापारियों और डीलरों के स्तर पर चीनी की मांग में सुधार होगा और चीनी कीमतों पर दवाब कम होगा।