कंपनी ने बयान में कहा, बैंकों द्वारा मंजूर पुनर्वित्तपोषण योजना के तहत आरडीईएल के मियादी ऋण की अवधि बढ़ाकर 18 साल कर दी गई है। आईडीबीआई की अगुवाई में बैंकों के गठजोड़ ने आरडीईएल की बड़ी परिपक्वता अवधि के 6,800 करोड़ रुपए के ऋण के लिए बाहर निकलने की योजना पर सहमति दे दी है।