रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा विनिमय बाजारा में हस्तक्षप करते हुए यह खरीदारी की। हालांकि, इस बार रिजर्व बैंक बाजार में रुपए में लगातार आती मजबूती को रोकने के लिए उतरा था। रुपए एशियाई बाजारों में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बाजार हुआ है। हालांकि, रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप का कोई बड़ा असर बाजार पर नहीं दिखाई दिया और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया पिछले कई महीनों की ऊंचाई को छूता हुआ 64.15 से 64.50 रुपए प्रति डॉलर के दायरे में पहुंच गया।