नयी दिल्ली। एचडीएफसी बैंक, आईटीसी और विप्रो जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा महंगाई के आंकड़े इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि लिक्विडिटी की मजबूत स्थिति और वैश्विक बाजारों में तेजी के रुख से बाजार में मौजूदा सकारात्मक रुख बना रहेगा। निकट भविष्य में बाजार की निगाह तिमाही नतीजों के सीजन तथा बजट से संबंधित संकेतकों पर होगी।
इसके अलावा बाजार औद्योगिक उत्पादन और खुदरा महंगाई दर के आंकड़ों पर भी प्रतिक्रिया देंगे, जो शुक्रवार को कारोबार बंद होने के बाद आए थे। नवंबर में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 8.4 प्रतिशत के 17 माह के उच्चस्तर पर पहुंच गई है। वहीं दिसंबर महीने की खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 5.2 प्रतिशत रही है।
अरिहंत कैपिटल मार्केट्स की पूर्णकालिक निदेशक अनीता गांधी ने कहा कि शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख रहा। बाजार अपनी नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुए। तिमाही नतीजों का सीजन शुरू हो गया है। टीसीएस के नतीजे उम्मीद के अनुरूप रहे है। इंफोसिस के परिणाम भी अच्छे रहे। बाजार में उत्साह है। हालांकि, कच्चे तेल के बढ़ते दाम चिंता का विषय हैं। बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 438.54 अंक या 1.28 प्रतिशत चढ़ा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 122.40 अंक या 1.15 प्रतिशत का लाभ रहा।
एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुस्तफा नदीम ने कहा कि सोमवार को मुद्रास्फीति के आंकड़े पर निगाह रहेगी। सप्ताह के दौरान कुछ बड़ी कंपनियों मसलन हिंदुस्तान यूनिलीवर, यस बैंक, आईटीसी और कोटक महिंद्रा के नतीजे आएंगे।
शुक्रवार को इंफोसिस का अक्टूबर-दिसंबर तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 38.3 प्रतिशत बढ़कर 5,129 करोड़ रुपये रहा। बाजार पर इसका भी असर दिखेगा। कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष पीसीजी रिसर्च संजीव जरबादे ने कहा कि अब सभी की निगाह मौजूदा तिमाही नतीजों के सीजन और आगामी आम बजट पर होगी।
सैम्को सिक्योरिटीज के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिमीत मोदी ने कहा कि बाजार की निगाह बजट की महत्वपूर्ण नीतिगत घोषणाओं पर रहेगी। निकट भविष्य में इसी से बाजार की दिशा तय होगी।