नई दिल्ली। साल 2016 आईपीओ (IPO) बाजार के लिए शानदार साबित हो रहा है। इस साल अभी तक करीब 50 कंपनियों ने प्राइमरी मार्केट से रकम जुटाई है। साथ ही, नई लिस्टेड कंपनियों ने निवेशकों को 100 फीसदी तक का रिटर्न भी दिया है। आपको बता दें कि अगले हफ्ते भी तीन कंपनियों के IPO आने वाले हैं। इसमें पीएनबी हाउसिंग (PNB Housing) प्रमुख है। इसके अलावा फर्टिलाइजर बनाने वाली कंपनी एग्रो फॉस इंडिया और पेप्सीको के लिए सॉफ्ट ड्रिंक्स और जूस की बॉटलिंग करने वाली कंपनी वरुण बेवरेजेज भी शामिल है।
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(1) पीएनबी हाउसिंग IPO
- पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस का आईपीओ (IPO) 25 अक्टूबर को खुलेगा।
- कंपनी की आईपीओ के जरिए 3,000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है।
- यह इस साल का दूसरा बड़ा इश्यू होगा।
- कंपनी ने 750-775 रुपए का प्राइस बैंड रखा है।
- इस हिसाब से पीएनबी हाउसिंग की वैल्यू 13,000 करोड़ रुपए होती है।
- कंपनी के पास 27,201 करोड़ की लोन बुक है।
- पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस इस सेगमेंट में देश की पांचवीं बड़ी कंपनी है।
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पीएनबी हाउसिंग की लोन बुक
- पीएनबी हाउसिंग की लोन बुक मार्च 2016 तक 27,201 करोड़ रुपए थी, जो देश की सबसे बड़ी होम लोन कंपनी एचडीएफसी की 2.59 लाख करोड़ की लोन बुक की तुलना में 10 पर्सेंट से अधिक है।
- यह गृह फाइनेंस और कैनफिन होम से अधिक है। इसका मतलब है कि कंपनी के पास बिजनेस बढ़ाने की काफी गुंजाइश है।
पीएनबी हाउसिंग की वैल्यूएशन
- पीएनबी हाउसिंग का आईपीओ 2.35-2.50 प्राइस टू बुक वैल्यू पर आ रहा है।
- इस हिसाब से इसके शेयर डीएचएफएल (1.75) से महंगे, लेकिन कैनफिन होम (5.50) या गृह फाइनेंस (12.80) और एचडीएफसी (4.40) से सस्ते हैं।
पीएनबी हाउसिंग का रिटेल लोन
- इस सेगमेंट में इंडिविजुअल होम लोन को सबसे कम जोखिम वाला माना जाता है। पीएनबी हाउसिंग की लोन बुक में रिटेल लोन की हिस्सेदारी 67 फीसदी है, जो एचडीएफसी के 73 फीसदी, डीएचएफएल के 72 फीसदी, इंडियाबुल्स के 77 फीसदी से कम है।
- इसका मतलब है कि पीएनबी हाउजिंग की रिटेल लोन बुक कम है।
पीएनबी हाउसिंग की एसेट क्वालिटी
- पीएनबी हाउसिंग की एसेट क्वालिटी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में सबसे अच्छी है।
- इसका ग्रॉस एनपीए 0.22 फीसदी है, जो डीएचएफएल के 0.93 फीसदी या एचडीएफसी के 0.70 फीसदी से कम है।
- बेहतरीन एसेट क्वालिटी की वजह से निवेशकों की दिलचस्पी पीएनबी हाउसिंग के आईपीओ में दिख सकती है। अभी हाउसिंग फाइनेंस स्टॉक्स अच्छा परफॉर्म कर रही हैं।
- इसका फायदा भी कंपनी के पब्लिक ऑफर को मिल सकता है।
(2) एग्रो फॉस आईपीओ
- फर्टिलाइजर बनाने वाली कंपनी एग्रो फॉस इंडिया अपना आईपीओ लेकर आ रही है।
- यह इश्यू 27 अक्टूबर से खुलेगा।
- आईपीओ के बाद कंपनी का शेयर एनएसई इमर्ज इंडेक्स पर लिस्ट होगा।
- इश्यू का प्राइस बैंड 19 रुपए से 22 रुपए के बीच रखा गया है।
- इश्यू के जरिए कंपनी 13 करोड़ रुपए जुटाएगी।
- कंपनी के चेयरमैन और एमडी, राजकुमार गुप्ता का कहना है कि इश्यू से जुटाए पैसे का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा।
(3) वरुण बेवरेजेज आईपीओ
- पेप्सीको के लिए सॉफ्ट ड्रिंक्स और जूस की बॉटलिंग करने वाली कंपनी वरुण बेवरेजेज ने अपना आईपीओ लाने का ऐलान किया है।
- वरुण बेवरेजेज का आईपीओ 26 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक के लिए होगा।
- आईपीओ का प्राइस बैंड 440-454 रुपए रखा गया है।
- आईपीओ से कंपनी 1013 करोड़ रुपए तक जुटाना चाहती है। आईपीओ के बाद कंपनी में प्रोमोटर्स का हिस्सा करीब 74 फीसदी तक रह जाएगा।
- वरुण बेवरेजेज के चेयरमैन, रविकांत जयपुरिया के मुताबिक आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कर्ज कम करने के लिए किया जाएगा। आईपीओ के जरिए कंपनी का 600 करोड़ रुपए का कर्ज कम होगा।
रिकॉर्ड स्तर छू सकता है आईपीओ मार्केट
- ग्लोबल लॉ फर्म बेकर एंड मैकेंजी के मुताबिक साल 2016 में भारतीय आईपीओ मार्केट रिकॉर्ड तोड़ सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आईपीओ मार्केट पहले ही 293 करोड़ डॉलर जुटा चुका है।
- अभी भी कई आईपीओ मार्केट में आना बाकी हैं जिनके जरिए कंपनियां 290 करोड़ डॉलर और जुटा सकती हैं।
- रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि ये सभी कंपनियां इस साल कुल मिलाकर 580 करोड़ डॉलर आईपीओ मार्केट से जुटा सकती हैं।
- ये रकम पिछले साल के मुकाबले दोगुना है।
- इस रकम के साथ आईपीओ मार्केट 6 साल के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच सकता है।
आईपीओ ने बनाया निवेशकों को मालामाल
- आईपीओ मार्केट में हलचल बढ़ने की मुख्य वजह अधिकांश इश्यू का शानदार प्रदर्शन रहा है।
- इस साल आए अधिकांश इश्यू में रिटेल इनवेस्टर की भागेदारी काफी बढ़ी है।
- पिछले महीने आए आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का आईपीओ 10.44 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
- ये आईपीओ साल 2010 में आए कोल इंडिया के इश्यू के बाद सबसे बड़ा इश्यू रहा था।
- इस इश्यू को छोड़ दें तो साल में आए आधे से ज्यादा इश्यू ने निवेशकों को पॉजिटिव रिटर्न दिया है।
- सितंबर में लिस्ट हुआ आरबीएल बैंक का स्टॉक 33 फीसदी प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ था।
- क्वेस कॉर्प ने अब तक निवेशकों को 58 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि उज्जीवन फाइनेंशियल ने निवेशकों की रकम को डबल कर दिया है।