नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को कमोडिटी एक्सचेंज एनसीडीईएक्स पर ग्वारसीड में विकल्प कारोबार का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इस नई पहल से किसानों को फायदा होगा और उन्हें आगामी दिनों में बेहतर मूल्य मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर कुछ कृषि जिंसों के ऊंचे उत्पादन की वजह से कीमतों में गिरावट आई है। वित्त मंत्री ने कहा कि विकल्प कारोबार किसानों को इस स्थिति से बाहर निकालने के लिए एक प्रमुख कदम है। एमसीएक्स के बाद एनसीडीईएक्स जिंसों का विकल्प कारोबार शुरू करने वाला दूसरा एक्सचेंज है।
अक्तूबर, 2017 में एमसीएक्स ने सोने में ऑप्शन कारोबार शुरू किया था। ग्वारसीड पहला कृषि जिंस है जिसमें ऑप्शन कारोबार शुरू किया गया है। जेटली ने इस मौके पर कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि इस पहल से आगामी दिनों में किसानों को भारी फायदा मिलेगा।’’ किसानों के योगदान की सराहना करते हुए जेटली ने कहा कि देश की सेवा के लिए उन्होंने कोई प्रयास नहीं छोड़ा है। उन्हें अनाज की कमी वाले देश को अधिशेष उत्पादन वाला देश बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। हालांकि, ऊंचे उत्पादन की वजह से अब उन्हें कीमतों में गिरावट का सामना करना पड़ रहा है।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘कुछ स्थानों पर अधिक उत्पादन की वजह से हम कीमतों में गिरावट की समस्या का सामना कर रहे हैं। किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। किसानों को इस स्थिति से बाहर लाने के लिए पिछले कुछ सालों में कई कदम उठाए गए हैं।’’ उन्होंने कहा कि विकल्प कारोबार भी इसी दिशा में उठाया गया कदम है। उन्होंने कहा कि शुरुआत में विकल्प कारोबार छोटा कदम लगेगा, लेकिन आने वाले दिनों में इसके बारे में जागरूकता बढ़ने के बाद इससे किसानों को फायदा होगा।
इस मौके पर एनसीडीईएक्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी समीर शाह ने कहा, ‘‘विकल्प कारोबार मूल्य जोखिमों की हेजिंग करने का बेहतर माध्यम है। हमें भरोसा है कि इससे कृषि जिंस बाजार के विकास को बढ़ावा मिलेगा।’’ एनसीडीईएक्स के चेयरमैन रवि नारायण दास ने कहा, ‘‘यह बजट घोषणा को आंशिक रूप से पूरा करना है। मुझे उम्मीद है कि वित्त मंत्री इस क्षेत्र के लिए और घोषणाएं करेंगे।’’ इस मौके पर नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद, नाफेड के प्रबंध निदेशक संजीव कुमार चड्ढा के अलावा वित्त मंत्रालय और सेबी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
क्या होता है ऑप्शन कारोबार?
ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसा वायदा कारोबार होता है जिसमें खरीदार के पास अधिकार तो होता है लेकिन उसे किसी निश्चित तारीख पर या उससे पहले विशिष्ठ दाम पर संपत्ति को खरीदने या बेचने दायित्व नहीं होता है।