नई दिल्ली। शेयर बाजार पर मोदी मैजिक अभी भी जारी है। पिछले तीन साल में सेंसेक्स ने निवेशकों को 26 फीसदी का मोटा रिटर्न दिया है। वहीं, इस दौरान कुछ कंपनियों के शेयर 6000 फीसदी बढ़ गए है। अब सवाल उठता है कि मोदी कार्यकाल के अंतिम दो वर्षों में बाजार का प्रदर्शन कैसा रहेगा और निवशकों को कहां निवेश करना चाहिए। इस पर एक्सपर्ट्स कहते है कि घरेलू इकोनॉमी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है। इसीलिए विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजारों पर रुझान आगे भी कायम रहेगा। लिहाजा अगले एक साल में निफ्टी 10 हजार का स्तर छू सकती है। ऐसे में घरेलू निवेशक मंगलम सीमेंट, कोरोमंडल इंटरनेशनल, एचडीएफसी, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, दीवान हाउसिंग में सौदे बनाकर अच्छे रिटर्न हासिल कर सकते हैं।
निफ्टी छुएगा 10 हजार का स्तर
जुलियस बायर में एशिया के रिसर्च हेड मार्क मैथ्यूज का कहना है कि दूसरे एशियाई मार्केट्स की तुलना में भारतीय बाजारों में ज्यादा तेजी आने की उम्मीद है। मुझे लगता है कि इस साल के अंत तक निफ्टी 10 हजार के लेवल तक भी जा सकता है।
विदेशी ब्रोकरेज हाउस CLSA का मानना है कि फाइनेंशियल ईयर 2017-18 में भी घरेलू और विदेशी इन्वेस्टर्स का भारत पर भरोसा कायम रहेगा। इसीलिए आगे चलकर शेयर बाजार नई ऊंचाइयां छूता नजर आएगा। ऐसे में निफ्टी 10 हजार के पार पहुंच सकता है। यह भी पढ़े: #ModiGoverment3Saal: मोदी के कार्यकाल में निवेशक हुए मालामाल, ऐसे 5 हजार रुपए लगाकर कमाए 3 लाख
क्यों आएगी बाजार में तेजी
एंबिट के ग्रुप सीईओ अशोक वाधवा ने कहा, जीएसटी सहित टैक्स रिफॉर्म इस सरकार की बड़ी उपलब्धि होगी। काले धन पर सख्ती से टैक्स टु जीडीपी रेशो में सुधार होगा। इससे फिस्कल मैनेजमेंट में भी आगे चलकर आसानी होगी। यह भी पढ़े: #ModiGoverment3Saal: सोने से रूठी ‘लक्ष्मी’, जुलाई तक हो सकता है 1100 रुपए सस्ता
इनाम होल्डिंग्स के डायरेक्टर मनीष चोखानी ने कहा, ‘भारत पर निवेशकों का भरोसा बढ़ाने के लिए हम प्रधानमंत्री को सलाम करते हैं। 1 लाख करोड़ डॉलर के गवर्नमेंट एसेट्स की री-साइक्लिंग की उम्मीद है। इनवेस्टमेंट को बढ़ावा देने के लिए ब्याज दरों में कटौती हो सकती है। स्किल और जॉब क्रिएशन को लेकर पहल और टैक्स कोड को सिंपल बनाए जाने के आसार भी हैं। इसीलिए बाजार में तेजी रहेगी और निफ्टी 10,000 के स्तर को छू सकता है।
3 साल में FIIs और DIIs ने किया कुल 3.28 लाख करोड़ रुपए का निवेश
मई 2014 में मोदी की ऐतिहासिक जीत के बाद से सेंसेक्स 26 फीसदी चढ़ा है। इस साल अब तक फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (FIIs) ने 43,500 करोड़ रुपए का निवेश किया है। वहीं, पिछले तीन साल में उन्होंने भारतीय शेयर बाजार में 1.51 लाख करोड़ रुपए लगाए हैं। डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशंस भी पिछले तीन साल में बाजार में 1.77 लाख करोड़ रुपए का निवेश कर चुके हैं। GST काउंसिल की दो दिवसीय बैठक आज से, टैक्स दरों पर होगा फैसला
(1) मंगलम सीमेंट, खरीदें
क्राफ्ट वेल्थ मैनेजमेंट के आशीष कुकरेजा का कहना है कि मंगलम सीमेंट एक साल में अच्छे रिटर्न दे सकता है। हाल की गिरावट के बाद शेयर में निचले स्तर से खरीदारी के बेहतर मौके बन रहे है। इंफ्रास्ट्रक्चर और अर्फोडेबल हाउसिंग के चलते नॉर्थ बेंस सीमेंट कंपनियों को फायदा मिल सकता है। लिहाजा 3-6 महीने का नजरिया रख 400 रुपए के लक्ष्य के लिए खरीदारी की जा सकती है।
(2) कोरोमंडल इंटरनेशनल, खरीदें
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वी के शर्मा का कहना है कोरमंडल इंटरनेशनल देश की सबसे बड़ी फर्टिलाइजर कंपनी है। जो कि सस्ते दामों में फर्टिलाइजर बनाती है। हाल ही इनके मार्जिन पर दबाव देखने को मिला था, जिसकी वजह यह है कि कंपनी बाहर देश से कच्चा माल मंगाती है। सब्सिडी का फंसा पैसा सरकार से मिलने पर कंपनी को फायदा मिल सकता है। जिससे इनके बिजनेस में तेजी होने की उम्मीद है। लिहाजा इसमें 12 महीने का नजरिया रख 490 रुपए के लक्ष्य के लिए खरीदारी की जा सकती है।
(3) किर्लोस्कर इलेक्ट्रिक, खरीदें
वी के शर्मा का कहना है कि किर्लोस्कर इलेक्ट्रिक बहुत पुरानी कंपनी है और 70 सालों से इस कारोबार में है। रेलवे और पावर सेक्टर किर्लोस्कर इलेक्ट्रिक के बड़े खरीदार हैं। यूरोप में किए गए अधिग्रहण के झटके से किर्लोस्कर इलेक्ट्रिक अब पूरी तरह उबर चुकी है। किर्लोस्कर इलेक्ट्रिक के मैनेजमेंट की जमीन बेचकर हासिल होने वाली रकम से कर्ज के बोझ को कम करने की योजना है। इसके अलावा कंपनी ने क्यूआईपी से 37 करोड़ रुपये की रकम भी जुटाई है। इस तरह, कंपनी के कर्ज का बोझ बड़े पैमाने पर कम होने की उम्मीद है। वी के शर्मा ने किर्लोस्कर इलेक्ट्रिक में निवेश करने की सलाह दी है। वी के शर्मा का मानना है कि 1 साल में किर्लोस्कर इलेक्ट्रिक का शेयर 91 रुपए तक के भाव दिखा सकता है।
(4) एचडीएफसी,एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, दीवान हाउसिंग खरीदें
ज्वाइंड्रे कैपिटल सर्विसेंस के अविनाश गोरक्षकर का कहना है कि लंबी अवधि में हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां तेजी में कारोबार करती नजर आ सकती है। हालांकि आज के सत्र में इनमें थोड़ी मुनाफावसूली देखने को मिली है। अर्फोडेबल हाउसिंग के नजरिये से एचडीएफसी,एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, दीवान हाउसिंग फाइनेंस में अपने लोन बुक ग्रोथ बढ़ोतरी कर अच्छा मुनाफा बनाएंगी। लिहाजा इनमें गिरावट पर खरीदारी करने की सलाह होगी।