नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली के चलते दोनों प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी दिन के निचले स्तर पर आ गए है। ऑटो, मेटल, रियल्टी कंपनियों के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिल रही है। फिलहाल (11:28 AM) BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 150 अंक की मामूली गिरावट के साथ 31149 के स्तर पर आ गया है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 56 अंक गिरकर 9574 के स्तर पर है। आपको बता दें कि मलेशिया की आईएचएच हेल्थकेयर फोर्टिस में हिस्सा खरीदने की योजना को टाल दिया है। इस खबर के बाद फोर्टिस के शेयर में 11 फीसदी की बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। यह भी पढ़े: एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया शुक्रवार को 3 पैसा मजबूत होकर 64.56 पर खुला
बाजार में नहीं है बड़ी गिरावट की आशंक
जॉएंड्रे कैपिटल के अविनाश गोरक्षकर का कहना है कि छोटी अवधि में निफ्टी के लिए 9700 का स्तर रजिस्टेंस का काम करेगा। हालांकि, 9600 के स्तर पर बाजार सपोर्ट ले सकता है। जिसके चलते बाजार में उतार-चढ़ाव का माहौल बना रह सकता है। लेकिन इंडेक्स के नजरिए से देखा जाएं तो बाजार में किसी तरह की भारी गिरावट की संभावनाएं नहीं है। यह भी पढ़े:EPFO सदस्यों को घर खरीदने पर मिलेगी 2.67 लाख रुपए की सब्सिडी, हुडको से मिलाया हाथ
अच्छे फंडामेंटल वाली कंपनियों पर लगाएं पैसा
इक्विरस कैपिटल के हेड-पीएमएस और फंड मैनेजर, विराज मेहता का कहना है कि छोटी अवधि में सेंसेक्स- निफ्टी में किसी तरह की कोई राय बनाना यह किसी भी इन्वेस्टर्स के लिए गलत होगा। निवेशकों को सलाह होगी कि वह बाजार की इस चाल में ऐसे शेयरों में पैसे लगाएं जिन कंपनियों के नतीजे अच्छे रहे हो। क्योंकि अगर कंपनी बेहतर परफार्मेंस दे रही है तो 5-10 फीसदी तक के उतार-चढ़ाव से कोई खासा असर नहीं पड़ेगा। लिहाजा गोल्ड फाइनेंस कंपनियों, मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों में निवेश किया जा सकता है। वहीं कंज्यूमर सेक्टर की कंपनियों, हाउसिंग फाइनेंस वाले शेयरों में खरीदारी की जा सकती है। यह भी पढ़े: GSTN करदाताओं, कर अधकारियों के लिए 25 जून को शुरू करेगा हेल्पलाइन नंबर, मिलेगा हर सवाल का जवाब
आईटी सेक्टर में इंफोसिस, टीसीएस, विप्रो में निवेश फायदेमंद
एयूएम कैपिटल के रिसर्च हेड राजेश अग्रवाल का कहना है कि नैस्कॉम के गाइंडलाइस को लेकर ज्यादा सकारात्मक उम्मीदें नहीं की गई थी और गाइंडलाइस भी उसी अनुसार ही आए है। जब से अमेरिका के राष्ट्रपति के पद का कार्यभार ट्रंप ने संभाला है तब से आईटी और फार्मा सेक्टर पर दबाव बना हुआ है। जिसके चलते इन कंपनियों के मार्जिन पर दबाव बना रह सकता है। हालांकि इस सेक्टर में गिरावट के कारण मौजूदा समय में वैल्यूएशन काफी सस्ते हो गए है। लिहाजा आईटी सेक्टर में इंफोसिस, टीसीएस, विप्रो में वैल्यूएशन के लिहाज से लंबी अवधि का नजरिया रख ही खरीदारी करने की सलाह होगी।