मुंबई। मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार मंगलमय हो गया, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने 10,000 के स्तर को पहली बार पार किया है, निफ्टी को 9,000 से 10,000 तक पहुंचने में कुल 91 ट्रेडिंग सेशन लगे हैं। एक साल के निचले स्तर से निफ्टी में 2,100 से ज्यादा प्वाइंट की तेजी देखने को मिल है। मंगलवार को निफ्टी ने 10,011 की ऐतिहासिक ऊंचाई को छुआ है, मंगलवार से पहले शेयर बाजार के इतिहास में निफ्टी कभी भी 10,000 के पार नहीं गया था।
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निफ्टी को 4 अंक पहुंचने में करीब 21 साल लगे हैं यानि 1000 से 10000 तक का सफर काफी लंबा रहा है। जबकि 9,000 से 10,000 का सफर तय करने में निफ्टी को करीब 4 महीने का समय लगा है। 1,000 से 10,000 के लिए निफ्टी का सफर इस तरह से रहा है।
- 1,000 का स्तर 1996
- 2,000 का स्तर 2 दिसंबर 2004
- 3,000 का स्तर 30 जनवरी 2006
- 4,000 का स्तर पहली दिसंबर 2006
- 5,000 का स्तर 27 सितंबर 2007
- 6,000 का स्तर 11 दिसंबर 2007
- 7,000 का स्तर 12 मई 2014
- 8,000 का स्तर पहली सितंबर 2014
- 9,000 का स्तर 14 मार्च 2017
- 10,000 का स्तर 25 जुलाई 2017
निफ्टी को 9,000 से 10,000 तक पहुंचाने में जिन 8 कंपनियों का सबसे बड़ा योगदान रहा है वह इस तरह से हैं। सबसे आगे इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस है जिसका शेयर निफ्टी के 9,000 से 10,000 के सफर के दौरान करीब 35 फीसदी बढ़ा है। इसके बाद भारती इंफ्राटेल है जिसका शेयर निफ्टी के इस सफर में 33 फीसदी बढ़ा है। इसके बाद हिंदुस्तान यूनिलीवर का शेयर 32 फीसदी, अडानी पोर्ट्स का शेयर 29 फीसदी, मारूती का शेयर 27 फीसदी, रिलायंस इंडस्ट्री का शेयर 26 फीसदी, एसीसी का शेयर 24 फीसदी और आयसर मोटर्स का शेयर निप्टी के 9,000 से 10,000 के सफर के दौरान 23 फीसदी बढ़ा है।