नई दिल्ली। एग्री कमोडिटी कारोबार में देश के सबसे बड़े एक्सचेंज नेशनल कमोडिटी डेरीवेटिव्स एंड एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) ने सेबी से आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद बाजरा का वायदा शुक्रवार से फिर से लॉन्च किया है। शुरुआत में, बाजारा वायदा के लिए जनवरी, फरवरी, मार्च और अप्रैल वायदा के लिए ट्रेडिंग उपलब्ध होगी। एनसीडीईएक्स ने बाजरा के लिए जयपुर में मुख्य डिलीवरी सेंटर और दौसा एवं अलवर में अतिरिक्त डिलीवरी सेंटर बनाया है। बाजरा में ट्रेडिंग सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 10 से शाम 5 बजे तक होगी। इसका लॉट साइज 10 टन का है और मार्जिन 4 प्रतिशत तय किया गया है।
शुक्रवार को बाजरा के जनवरी वायदा में ट्रेडिंग की शुरु हुई। इसका भाव 1990 रुपए प्रति क्विंटल पर खुला और 2050 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। भारत 45 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दुनिया में बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादक है और औसतन यहां 85 से 90 लाख टन बाजरा की पैदावार होती है। घरेलू व्यापार के लिए इसमें बहुत अधिक संभावना को देखते हुए एनसीडीईएक्स ने इसके वायदा अनुबंध को फिर से लॉन्च किया है।
विभिन्न क्षेत्रों में लंबी वैल्यू चेन की उपस्थिति के साथ बाजरा लोकप्रिय कमोडिटी है। इसका उपयोग मुख्य रूप से भोजन में और मुर्गी/पशु आहार निर्माण में किया जाता है। उत्तर भारत में बाजरा खरीफ सीजन की और दक्षिणी भाग में गर्मियों की प्रमुख फसल है। बाजरा की बुआई सितंबर माह से शुरू होती है। भारत में राजस्थान 40 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और हरियाणा अन्य प्रमुख बाजरा उत्पादक राज्य हैं। इनकी हिस्सेदारी क्रमश: 20, 10, 9 और 7 प्रतिशत है।
एक्सचेंज अप्रूव्ड लॉन्च कैलेंडर के मुताबिक अन्य अनुबंध को लॉन्च करेगा। इस अवसर पर एनसीडीईएक्स के एमडी और सीईओ विजय कुमार ने कहा कि एनसीडीईएक्स ने हमेशा से अपनी पेशकशों के विस्तार के लिए रास्तों को तलाशने में भरोसा किया है और बाजरा वायदा अनुबंध को लॉन्च करना इसी दिशा में हमारा अगला कदम है। बाजरा अनुबंध किसानों और अन्य वैल्यू चेन प्रतिभागियों की जरूरतों को पूरा करने के अपने इन्नोवेटिव उत्पाद पेश करने के प्रयासों का एक हिस्सा है।