नई दिल्ली। कमजोर विदेशी संकेतों के कारण सोमवार को वायदा कारोबार में कच्चे तेल की कीमत 18 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के साथ 1,100 रुपये प्रति बैरल के स्तर से नीचे आ गई। जानकारों के मुताबिक कमजोर संकेतों को देखते हुए कारोबारियों ने अपने सौदे काटे जिसकी वजह से कीमतों में गिरावट देखने को मिली।
सोमवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में मई डिलिवरी वाले कच्चे तेल की कीमत 250 रुपये से ज्यादा की गिरावट के साथ 1,083 रुपये प्रति बैरल के स्तर तक आ गई। इसमें 11,184 लॉट के लिए कारोबार हुआ। वहीं कच्चा तेल के जून माह में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 180 रुपये से ज्यादा की गिरावट के साथ 1,525 रुपये प्रति बैरल से नीचे आ गई। इसमें 1,126 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कमजोर मांग के बीच कारोबारियों द्वारा अपने सौदों की कटान करने के कारण यहां वायदा कारोबार में कच्चातेल कीमतों में गिरावट आई। वहीं न्यूयार्क में वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट यानि WTI क्रूड का जून अनुबंध का भाव 13.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14.70 डालर प्रति बैरल रह गया और ब्रेंट क्रूड के जून अनुबंध की कीमत 4.20 प्रतिशत घटकर 20.54 डॉलर प्रति बैरल रह गई।