मुंबई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरुवार को करीब 344 अंक का गोता लगाकर 33,690.09 अंक पर बंद हुआ। मौजूदा नकदी संकट तथा रुपए में गिरावट के बीच वैश्विक बाजार में गिरावट के साथ चौतरफा बिकवाली से बाजार नीचे आया।
कारोबारियों के अनुसार अक्टूबर के वायदा एवं विकल्प खंड के सौदों की समाप्ति से पहले निवेशकों ने सौदों को नवंबर के लिए अगली श्रृंखला में ले जाने के बजाये उसका निपटान करना उचित समझा।
अक्टूबर वायदा एवं विकल्प श्रृंखला के दौरान बीएसई सेंसेक्स 2,634.08 अंक या 7 प्रतिशत से अधिक नीचे आया, जबकि एनएसई निफ्टी 852.65 अंक या करीब 8 प्रतिशत टूटा है। विदेशी मुद्रा बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया कारोबार के दौरान 22 पैसे टूटकर 73.38 पर आ गया।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स गिरावट के साथ 33,778.60 अंक पर खुला और इसमें गिरावट आगे भी जारी रही। चौतरफा लिवाली से एक समय 33,553.18 अंक के न्यूनतम स्तर तक आ गया। अंत में यह 343.87 अंक या 1.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 33,690.09 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स बुधवार को करीब 187 अंक मजबूत हुआ था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 99.85 अंक या 0.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,124.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,166.60 से 10,079.30 अंक के दायरे में रहा। अमेरिकी शेयर बाजार में कल की गिरावट के बाद वैश्विक बाजारों पर इसका नकारात्मक असर रहा तथा प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में तीव्र गिरावट दर्ज की गयी। कंपनियों की कमाई को लेकर चिंता तथा निराशाजनक परिदृश्य से बाजार दबाव में रहा।