नई दिल्ली। बुधवार के कारोबारी सत्र में घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत हल्की तेजी के साथ हुई थी, लेकिन कुछ मिनटों के दौरान ही बाजार लाल निशान पर फिसल गया। सरकारी बैंकों के शेयरों में हुई तेज बिकवाली के चलते सेंसेक्स-निफ्टी 0.20 फीसदी तक लुढ़क गए है। फिलहाल (9:20 AM) BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 50 अंक की गिरावट के साथ 30919 के स्तर पर आ गया है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 20 अंक गिरकर 9497 के स्तर पर है। यह भी पढ़े: 11 दिन में 1.93 रुपए प्रति लीटर सस्ता हुआ पेट्रोल, डीजल के दाम 96 पैसे घटे, अब आगे क्या
बाजार में गिरावट क्यों
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचूअल फंड के फंड मैनेजर योगेश भट् का कहना है कि बाजार में कंसोलेडेशन और करेक्शन सहित अन्य कारणों से गिरा है। बैंकिंग सेक्टर से जुड़ी दिक्कतें और जीएसटी लागू जैसे समस्याओं के चलते बाजार में करेक्शन देखने को मिला है जो आनेवाले समय में बरकरार रह सकता है। लेकिन बाजार की इस गिरावट में खरीदारी का मौका तलाश लंबी अवधि के लिए बने रहने की सलाह होगी। आईटी सेक्टर में काफी चुनौतियां देखने को मिल रही है। इस सेक्टर में ग्रोथ में कमी आई है। साथ ही इस सेक्टर की कंपनियों पर खराब खबरों के चलते जिस तरह से अर्निंग पर प्रभाव पड़ा है उसके चलते भी इस सेक्टर के कंपनियों के मार्जिन पर दबाव बड़ा है। यह भी पढ़े: अब Petrwrap रैनसमवेयर वायरस ने दुनिया में मचाया तहलका, यूक्रेन में गंभीर संकट भारत भी अछूता नहीं
करेक्शन के मूड़ में बाजार
रिस्क कैपिटल एडवाइजर्स के डी डी शर्मा का कहना है कि आज के सत्र में बाजार की चाल को देखते हुए कहा जा सकता है कि बाजार में अब अधिक करेक्शन के मूड़ में आया है। अगर बुधवार को भी बाजार निचले स्तर पर बंद होता है तो बाजार में करेक्शन देखने को मिलेगी। जिसके बाद बाजार में ऊछाल पर बिकवाली की रणनीति ही अपनाने की सलाह होगी। मौजूदा समय में बाजार में उतार-चढ़ाव का यह माहौल कब तक बना रहता है यह कहना उचित नहीं होगा। लेकिन बाजार में कहीं ना कहीं करेक्शन का मूड़ बना हुआ है।यह भी पढ़े: Vodafone का नया ऑफर, एक साल तक ऐसे FREE में देखिए ऑनलाइन TV
अब क्या करें निवेशक
डी डी शर्मा के मुताबिक बैंकिंग सेक्टर में ही सबसे ज्यादा दबाव देखने को मिल रही है जिसके कारण बैंक निफ्टी में और भी करेक्शन बना रह सकता है। वहीं फार्मा सेक्टर में इस बाजार में काफी पहले ही करेक्ट हो चुके है। मौजूदा समय में फार्मा सेक्टर बॉटम लेवल के आसपास कंसोलेडेट हो रहे है। अगर इसमें चुनिंदा सेक्टर में पॉजिटीव खबरें की शुरूआत होती है तो इनमें तेजी देखने को मिल सकती है। यह भी पढ़े: GST Impact: Coca-Cola बढ़ाएगी अपने कोल्डड्रिंक्स के दाम, कम होगी किनले की कीमत
अब आगे क्या