नई दिल्ली। वाहन बनाने वाली कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) को 31 मार्च 2020 को समाप्त तिमाही में 3,255 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। कंपनी को महिंद्रा वाहन मैन्युफैक्चरर्स लिमिटेड के साथ 2018-19 की समान अवधि में 969 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि तिमाही के दौरान ऑपरेशन से आय साल भर पहले के 13,808 करोड़ रुपये की तुलना में घटकर 9,005 करोड़ रुपये रही। कंपनी ने कहा कि उसने 2018-19 की चौथी तिमाही में 1,63,937 इकाइयों की बिक्री की थी। यह 2019-20 की चौथी तिमाही में 47 प्रतिशत गिरकर 86,351 वाहन पर आ गयी।
पूरे 2019-20 वित्त वर्ष में कंपनी को 2018-19 के 5,401 करोड़ रुपये के मुकाबले 740 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। इस दौरान ऑपरेशंस से आय भी 52,848 करोड़ रुपये के मुकाबले 44,865 करोड़ रुपये रहा। कंपनी को चौथी तिमाही में एकल आधार पर 2,502 करोड़ रुपये का घाटा हुआ, जबकि साल भर पहले की समान तिमाही में उसे 849 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। पूरे वित्त वर्ष के हिसाब से एकल आधार पर शुद्ध लाभ 2018-19 के 4,796 करोड़ रुपये से कम होकर 2019-20 में महज 1,331 करोड़ रुपये पर आ गया।
कंपनी ने कहा, ‘‘मोटर वाहन और ट्रैक्टर दोनों श्रेणियों में नये उत्सर्जन मानक भारत स्टेज-6 को अपनाने तथा बाद में कोरोना वायरस महामारी के कारण लगाये गये लॉकडाउन के कारण बिक्री पर असर पड़ा। इसने परिणाम को भी प्रभावित किया।’’ कंपनी ने आगे के परिदृश्य के बारे में कहा कि पाबंदियों में ढील के साथ ही उत्पादन, आपूर्ति श्रृंखला और वितरण में जुन से सुधार होने लगा है। यह आर्थिक गतिविधियों को गति देगा। कंपनी के निदेशक मंडल ने शुक्रवार को हुई बैठक में 2019-20 के लिये 2.35 रुपये लाभांश देने की सिफारिश की।