नई दिल्ली। शेयर बाजार में सप्ताह के दोनों दिन गिरावट के साथ बंद होने से निवेशकों को 9.74 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी है। बाजारों के गिरने की प्रमुख वजह कोरोना वायरस के अर्थव्यवस्था पर प्रभाव को लेकर वैश्विक बाजारों का कमजोर रहना है। पिछले दो दिन में निवेशकों को 9,74,176 करोड़ रुपये की चपत लगी है। मंगलवार को कारोबार बंद होने पर बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 119.52 लाख करोड़ रुपये रहा। कारोबार की शुरुआत में बढ़त के रूझान के बावजूद शाम तक भारी बिकवाली के चलते बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 811 अंक यानी 2.58 प्रतिशत गिरकर 30,579 अंक पर बंद हुआ। सोमवार को शेयर बाजार 2,713 अंक यानी 8 प्रतिशत की गिरावट के साथ 31,390 अंक पर बंद हुआ था।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजारों के कमजोर रुख के अनुरूप मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार गिरकर बंद हुए। दुनियाभर के शेयर बाजारों में अस्थिरता का माहौल है। निवेशकों के डर को खत्म करने के लिए उठाए गए हालिया प्रोत्साहन कदमों का भी कोई असर देखने को नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि घरेलू बाजारों का रुख भी वैश्विक संकेतों के अनुरूप बना रहेगा। इसलिए निकट अवधि में इस गिरावट के रुख से बाहर आने की संभावना नहीं है।