नई दिल्ली। अमेरिकी और एशियाई बाजारों से मिले निगेटिव संकेतों के चलते घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। आईटी, मेटल, रियल्टी और ऑटो शेयरों में बिकवाली के चलते दोनों प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स पर दबाव है। फिलहाल (9:17 AM) BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 5 अंक गिरकर 29317 पर आ गया है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 3 अंक बढ़कर 9110 के स्तर पर है।
रिस्क कैपिटल एडवाइजर्स के डी डी शर्मा का कहना है कि
पिछले कुछ दिनों में घरेलू बाजार में भी एफआईआई की बिकवाली हावी हुई है। मानसून को लेकर बाजार ने काफी सकारात्मक नजरिया रखा था लेकिन सामान्य मानसून की खबरें बाजार को सहारा देना का काम कर सकती है और बाजार पर इसका पॉजिटिव असर देखने को मिलेगा।
अब आगे क्या
एल्टामाउंट कैपिटल के मार्केट एक्सपर्ट प्रकाश दीवान का कहना है कि जिन निवेशकों के पास लिक्विडीटी है वह अक्सर बाजार के निचले स्तर पर खरीदारी करते दिखाई दिए है। 9000-9250 के दायरा बाजार में अक्सर देखने को मिल रहा है। मौजूदा समय में बाजार करेक्शन का बहाना तलाश कर रहा है। यह भी पढ़े: एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया बुधवार को 3 पैसा मजबूत होकर 64.60 पर खुला
इस साल सामान्य रहेगा मानसून
भारतीय मौसम विभाग ने आगे कहा कि पिछले साल मानसून अच्छा रहा था। पिछले साल 106 फीसदी के अनुमान के मुकाबले 96 फीसदी बारिश हुई थी। अच्छे मॉनसून से कृषि उत्पादन बेहतर रहा। मानसून का अगला अनुमान मौसम विभाग मई के तीसरे सप्ताह तक देगा और तब पता चल सकेगा कि किस इलाके में कितनी बारिश होगी। मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त-अक्टूबर अवधि में अल-नीनों की 50 फीसदी संभावना है। मानसून के दूसरे भाग में अल-नीनो का खतरा कम है। 2-5 साल तक अल-नीनो का साइकल रहेगा।