नई दिल्ली| भारतीय जीवन बीमा निगम यानि एलआईसी का नये कारोबार से पहले साल का प्रीमियम पहली बार 1.5 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। इससे सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी की बाजार हिस्सेदारी सुधरकर 78 प्रतिशत हो गयी है। एलआईसी के चेयरमैन एम आर कुमार ने कहा कि निगम की कुल आय सितंबर 2019 की स्थिति के अनुसार 18 प्रतिशत बढ़कर करीब 3 लाख करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी अवधि में 2.52 लाख करोड़ रुपये थी।
निगम की कुल संपत्ति सितंबर 2019 को करीब 8 प्रतिशत बढ़कर 32 लाख करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी अवधि में 29 लाख 90 हजार करोड़ रुपये थी। चेयरमैन ने कहा कि व्यक्तिगत नये प्रीमियम से आय जनवरी में 17 प्रतिशत बढ़ी। जनवरी को समाप्त अवधि में पॉलिसी की संख्या के आधार पर एलआईसी की बाजार में हिस्सेदारी 78 फीसदी और पहले साल के प्रीमियम के आधार पर एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी 70 प्रतिशत रही।
पिछले हफ्ते पेश हुए बजट में वित्त मंत्री ने एलआईसी को लिस्ट कराने का प्रस्ताव दिया है। सरकार के मुताबिक एलआईसी को अगले वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में लिस्ट किया जा सकता है। एक अनुमान है कि सरकार इसमें 10 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है। बाजार पहले से ही एलआईसी के आईपीओ को लेकर उत्साह में है। बाजार जानकारों के मुताबिक एलआईसी का आईपीओ दशक का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है।