मुंबई। आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिहाज से वर्ष 2016 शानदार रहा। 26 कंपनियों ने इस साल 26,000 करोड़ रुपए से अधिक का कोष जुटाया है। पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष आईपीओ के जरिये जुटाया गया कोष दोगुना है। इतना ही नहीं 2010 के बाद सार्वजनिक पेशकश के लिए यह बेहतर वर्ष रहा। अभी 12,500 करोड़ रुपए का आईपीओ बाजार में आने की तैयारी में हैं।
- इस साल अबतक 26 कंपनियां सामूहिक रूप से अपने आईपीओ के जरिये 26,000 करोड़ रुपए से अधिक राशि जुटाने में सफल रहीं हैं।
- यह 2015 में 21 निर्गमकर्ताओं द्वारा संयुक्त रूप से जुटाये गए 13,564 करोड़ रुपए का दोगुना से अधिक है।
- बाजार विश्लेषकों के अनुसार वर्ष 2016 के पहले नौ महीनों में प्राथमिक बाजार में मजबूत गतिविधियां देखने को मिली।
- शेयर बाजार में सितंबर से नरमी देखने को मिली और पिछले दो महीने से गतिविधियां धीमी हैं।
- नोटबंदी के कारण अनिश्चितता गहराने से अल्पकाल में नरमी देखने को मिल सकती है।
- इस साल, छोटे वित्त बैंक, मेडिकल डायग्नोस्टिक कंपनियों समेत विभिन्न क्षेत्रों की 26 कंपनियों ने बाजार में दस्तक दी और 2010 के बाद सर्वाधिक राशि जुटाई।
- वर्ष 2010 में 37,534.65 करोड़ रुपए जुटाये गए थे, जो बाजार के इतिहास में अबतक का बेहतरीन प्रदर्शन है।
इस साल के आईपीओ चार्ट में शामिल प्रमुख कंपनियों में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल (6,057 करोड़ रुपए), पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस (3,000 करोड़ रुपए), एक्विटास होल्डिंग्स (2,175 करोड़ रुपए), लारूस लैब्स (1332 करोड़ रुपए), आरबीएल बैंक (1,211 करोड़ रुपए), एल एंड टी इंफोटेक (1,236 करोड़ रुपए), वरूण बेवरेजेज (1,112 करोड़ रुपए), एंडुरेंस टेक्नोलॉजीज (1,162 करोड़ रुपए) तथा महानगर गैस (1,039 करोड़ रुपए) शामिल हैं।
- करीब 12,500 करोड़ रुपए के कम-से-कम 20 निर्गम बाजार में आने की तैयारी में हैं। ये सभी निर्गम नए साल में आएंगे।