नयी दिल्ली: शेयर बाजार में पिछले दो दिनों की तेजी में निवेशकों की संपत्ति 4,09,200.15 करोड़ रुपये बढ़ी। इससे बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 235.11 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 138.59 अंक अंक यानी 0.26 प्रतिशत मजबूत होकर 52,975.80 अंक पर बंद हुआ। पिछले कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 638.70 अंक यानी 1.22 प्रतिशत चढ़ा था। इस तेजी से बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण पिछले दो दिनों 4,09,200.15 करोड़ रुपये बढ़ा और शुक्रवार को यह रिकार्ड 2,35,11,063.15 करोड़ रुपये पहुंच गया।
बाजार में तेजी जारी, बैंक शेयर चढ़े; पर साप्ताहिक आधार पर गिरावट
शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन तेजी रही। बैंक, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों (एफएमसीजी) और दवा कंपनियों के शेयरों में मजबूती के साथ बीएसई सेंसेक्स 138 अंक बढ़त में रहा। हालांकि कोविड-19 के डेल्टा संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता के साथ सप्ताह के दौरान इसमें गिरावट रही। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार से बाहर निकलते हुए 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 138.59 अंक यानी 0.26 प्रतिशत मजबूत होकर 52,975.80 अंक पर बंद हुआ। वहीं एनएसई निफ्टी 32 अंक यानी 0.20 प्रतिशत मजबूत होकर 15,856.05 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में 3.18 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में आईसीआईसीआई बैंक रहा। शनिवार को जारी होने वाले परिणाम से पहले से आईसीआईसीआई बैंक में तेजी रही। इसके अलावा, आईटीसी, एसबीआई, एचसीएल टेक, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व और टेक महिंद्रा के शेयर भी प्रमुख रूप से बढ़त में रहे। इनमें 2.56 प्रतिशत तक की तेजी आयी। दूसरी तरफ, एल एंड टी, एचयूएल,
रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, एशियन पेंट्स और एचडीएफसी बैंक समेत अन्य शेयरों में 1.80 प्रतिशत तक की गिरावट रही। सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 164.26 अंक यानी 0.30 प्रतिशत नीचे आया जबकि निफ्टी 67.5 अंक यानी 0.42 प्रतिशत टूटा। एमके वेल्थ मैनेजमेंट के शोध प्रमुख जोसेफ थॉमस ने कहा, ‘‘बाजार में आज हाल के इतिहास में सबसे बहुप्रतीक्षित आईपीओ में से एक जोमैटो की मजबूत सूचीबद्धता देखी गई। हालांकि उत्साह व्यापक नहीं था। साप्ताहिक रुख भी मामूली रूप से नकारात्मक रहा क्योंकि ज्यादातर सूचकांकों में सप्ताह के दौरान गिरावट रही।’’
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, ‘‘स्थानीय निवेशकों के उच्च घरेलू प्रवाह से घरेलू बाजार में तेजी बनी रही।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कंपनियों के बेहतर परिणाम से भी देश और विदेश में रुख सकारात्मक है। वहीं फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक में मौद्रिक नीति नरम बनाये रखने पर चर्चा होनी है। आकर्षक आईपीओ, बैंक और रियल्टी कंपनियों के शेयरों ने घरेलू खरीदारों को आकर्षित किया। वहीं मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों में मिला-जुला रुख रहा।’’
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई और हांगकांग नुकसान में रहे जबकि सोल लाभ के साथ बंद हुआ। यूरोपीयन सेंट्रल बैंक के नरम रुख की बात दोहराये जाने के बाद वहां प्रमुख बाजारों में मध्याह्न कारोबार में तेजी का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73.78 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे मजबूत होकर 74.40 पर बंद हुआ। शेयर बाजार के पास उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में बृहस्पतिवर को शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने 247.59 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।