नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने आभूषण निर्यात को प्रोत्साहन के लिए संस्थागत व्यवस्था बनाने की वकालत की है। अक्टूबर में रत्न एवं आभूषण निर्यात 24.5 प्रतिशत घटकर 3.3 अरब डॉलर पर आ गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 4.38 अरब डॉलर था।
यहां सोने पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रभु ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा के लिए सर्वश्रेष्ठ डिजाइनर को लाने के प्रयास किए जाने चाहिए। मंत्री ने कहा कि उद्योग और सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले संगठित समर्थन से हम एक संस्थागत व्यवस्था बना सकते हैं, जो सोने का निर्यात बढ़ाने के लिए जरूरी है।
प्रभु ने उद्योग के ‘स्वर्ण बोर्ड’ के गठन के सुझाव को उचित ठहराते हुए कहा कि इस पर विचार किया जाएगा। भारत का सालाना सोने और स्वर्ण आभूषणों का निर्यात करीब सात अरब डॉलर है।
बाद में खुदरा सम्मेलन के मौके पर संवाददाताओं से अलग से बातचीत में प्रभु ने कहा कि उनका मंत्रालय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों की वृद्धि के लिए नीतियां बनाने की प्रक्रिया में है। उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों की इन सभी गतिविधियों को मिलाने से समय के साथ सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर बढ़ेगी।