नई दिल्ली। देश में त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले वनस्पति तेल आयात में जोरदार बढ़ोतरी हुई है। तेल और तिलहन उद्योग के संगठन सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएसन ऑफ इंडिया (SEA) के मुताबिक अगस्त के दौरान देश में वनस्पति तेल का मासिक आयात 11 महीने के ऊपरी स्तर पर दर्ज किया गया है। पाम ऑयल के आयात में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
त्योहारी मांग को पूरा करने के लिए आयात बढ़ा
देश में अगले महीने से नवरात्र शुरू होने जा रहे हैं और उसके बाद दिवाली का त्योहार है, त्योहारी मौकों पर देश में वनस्पति तेल की खपत बढ़ जाती है और इस खपत को पूरा करन के लिए तेल कारोबारियों ने आयात बढ़ा दिया है। देश में खपत होने वाले कुल वनस्पति तेल का 60 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा आयात होता है।
15 लाख टन से ज्यादा वनस्पति तेल आयात
SEA के मुताबिक अगस्त के दौरान देश में कुल 15,12,597 टन वनस्पति तेल का आयात हुआ है जो सितंबर 2017 के बाद सबसे अधिक मासिक आयात है, इसमें 1465594 टन खाने का तेल है और 47003 टन गैर खाद्य वनस्पति तेल।
9 लाख टन से ज्यादा पाम तेल का आयात
देश में आयात होने वाले कुल वनस्पति तेल में अधिकतर हिस्सेदारी पाम ऑयल की होती है और SEA के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में आयात हुए कुल वनस्पति तेल में 9,20,894 टन पाम ऑयल ही है। पाम ऑयल का मासिक आयात भी 11 महीने के ऊपरी स्तर पर है और जुलाई के मुकाबले इसमें 67 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
गैर पाम तेल आयात रहा ऐसा
पाम ऑयल के अलावा देश में सोयाबीन, सूरजमुखी और सरसों तेल का आयत होता है, SEA के मुताबिक अगस्त के दौरान देश में 312049 टन सोयाबीन, 208142 टन सूरजमुखी और 24509 टन सरसों तेल का आयात हुआ है। अगस्त के दौरान आयात हुए कुल वनस्पति तेल में 63 प्रतिशत पाम ऑयल है और 37 प्रतिशत अन्य तेल हैं।