नई दिल्ली। देश में इस साल चीनी उत्पादन के सारे रिकॉर्ड टूटने जा रहे हैं, चीनी मिलों के संगठन इंडियन सुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक चालू चीनी वर्ष 2017-18 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान कुल चीनी उत्पादन 315-320 लाख टन रह सकता है। ISMA के मुताबिक 30 अप्रैल तक कुल उत्पादन 310.37 लाख टन पहुंच गया है और अब भी देशभर में करीब 130 मिलों में गन्ने की पेराई का काम चला हुआ है।
उत्तर प्रदेश बना सबसे बड़ा उत्पादक
ISMA की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश ने इस साल फिर से चीनी उत्पादन को लेकर महाराष्ट्र को पछाड़ दिया है। आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 30 अप्रैल तक 112 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है और राज्य में अब भी 80 मिलों में काम चल रहा है। महाराष्ट्र की बात करें तो 30 अप्रैल तक कुल उत्पादन 106.50 लाख टन दर्ज किया गया है और राज्य की लगभग सभी मिलों में अब काम बंद हो चुका है।
ज्यादा उत्पादन से भाव पर दबाव
इस साल चीनी के ज्यादा उत्पादन की वजह से भाव बहुत ज्यादा घटा हुआ है, मिलों के मुताबिक एक्स शुगर मिल प्राइस लगभग 28 महीने के निचले स्तर पर है, ऐसे में ज्यादा उत्पादन की वजह से भाव में और भी ज्यादा कमी आने की संभावना है।
महाराष्ट्र में भाव 29 रुपए के नीचे
चीनी के थोक भाव की बात करें तो ज्यादातर शहरों में इसका भाव 30 रुपए से नीचे आ चुका है। कुछेक शहरों में तो भाव 29 रुपए से भी नीचे है। उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को महाराष्ट्र के पुणे में इसका भाव 28.42 रुपए प्रति किलो और मुंबई में 28.25 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया। थोक भाव घटने की वजह से रिटेल भाव में भी गिरावट आई है, बुधवार को पुणे में रिटेल भाव 29 रुपए प्रति किलो रिकॉर्ड किया गया।