नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने पिछले साल के मुकाबले इस साल अभी तक जोरदार प्रदर्शन किया है। निफ्टी ने 3 महीने में करीब 12 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, इस दौरान दुनियाभर के विकसित और विकासशील देशों के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स 1.5 फीसदी से 11.5 फीसदी तक बढ़े है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का आगे भी यहीं मानना है कि दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के मुकाबले भारत का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहेगा। लिहाजा, सेंसेक्स रिकॉर्ड स्तरों के साथ-साथ बड़े रिटर्न भी इस साल निवेशकों को देता नजर आएगा।
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रिटर्न की रेस में आगे निकला सेंसेक्स
भारत में ऐसा क्या हुआ
- कैपिटल सिंडिकेट के मैनेजिंग पार्टनर सुब्रमण्यम पशुपति के मुताबिक नोटबंदी के बाद माना जा रहा था कि घरेलू अर्थव्यवस्था पर निगेटिव असर होगा, लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला।
- साथ ही, घरेलू निवेशकों का म्युचूअल फंड्स में निवेश बढ़ने से बाजार में हर गिरावट पर जोरदार खरीदारी देखने को मिली है। इसीलिए दुनियाभर के शेयर बाजार के मुकाबले भारतीय बाजारों का प्रदर्शन कहीं बेहतर रह है।
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बाजार फिर से छुएगा नया शिखर
- ट्रेडबुल्स ग्रुप के राजेन शाह का कहना है कि यूपी में बीजेपी सरकार आने के बाद बाजार में तेजी बरकरार रहने की उम्मीद पहले सेथी। हालांकि, बाजार अभी थका नहीं है। बाजार में आगे भी तेजी का रुझान बरकरार रहेगा और आने वाले हफ्तों दर हफ्तों में बाजार फिर से नया हाई बनाते दिखाई देगा।
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अब आगे क्या
- सिट्रस एडवाइजर्स के फाउंडर संजय सिन्हा का कहना है कि तीसरी तिमाही में नोटबंदी का कंपनियों के नतीजों पर बहुत असर नहीं पड़ा। चौथी तिमाही में भी इसका बहुत ज्यादा असर नहीं दिखेगा क्योंकि आंकड़ों के मुताबिक करीब 10 लाख करोड़ रुपये की करेंसी वापस सर्कुलेशन में आ गई है, यानि आर्थिक गतिविधियां काफी हद तक सामान्य हो गई हैं।
- नोटबंदी का असर अब मांग पर भी नहीं पड़ेगा। वित्त वर्ष 2017 में हमें निफ्टी में 6-8 फीसदी की अर्निंग ग्रोथ देखने को मिल सकती है। संजय सिन्हा के मुताबिक बाजार की तेजी का आधार ही अब यही है कि कंपनियों के तिमाही नतीजे अब पहले से ज्यादा सुधर गए हैं। आगे बाजार की चाल में बैंकिग और आईटी का सबसे अहम योगदान होगा।
क्या करें निवेशक
- क्वांटम एएमसी के नीलेश शेट्टी के मुताबिक बाजार के वैल्यूएशन महंगे हो चुके हैं। अगर लॉन्ग टर्म पोर्टफोलियो बनाना है तो बाजार में पैसा लगाने का ये सही समय नहीं है। बाजार में खरीदारी के लिए फिलहाल 10-15 फीसदी गिरावट आने तक का इंतजार करना होगा। वैल्यूएशन के लिहाज से फार्मा और आईटी शेयर अच्छे लगते है, इनपर दांव लगाने की लगाने की सलाह होगी।
इन शेयरों में अच्छे रिटर्न की उम्मीद
अदानी पोर्ट खरीदें
- CLSA ने अदानी पोर्ट पर निवेश की सलाह बरकरार रखते हुए लक्ष्य 375 रुपये से बढ़ाकर 390 रुपए का तय किया है।
गेल इंडिया
- सीएलएसए ने गेल इंडिया पर बिकवाली की सलाह बरकरार रखते हुए लक्ष्य 326 रुपए प्रति शेयर का तय किया है। जेपी मॉर्गन ने गेल इंडिया पर अंडरवेट रेटिंग बरकरार रखते हुए लक्ष्य 410 रुपए प्रति शेयर का तय किया है।
यस बैंक खरीदें
- बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने यस बैंक पर निवेश की सलाह बरकरार रखते हुए लक्ष्य 1600 से बढ़ाकर 1820 रुपए प्रति शेयर का तय किया है।