नई दिल्ली। भारत का सोने का आयात मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में दोगुने से ज्यादा बढ़कर 16.95 अरब डालर हो गया। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-सितंबर 2016 17 में सोने का आयात 6.88 अरब डालर रहा था। सोने के आयात का देश के चालू खाते के घाटे (CAD) पर सीधा असर होता है। इस साल सितंबर में सोने का आयात हालांकि पांच प्रतिशत घटकर 1.71 अरब डालर रहा जो कि पिछले साल सितंबर में 1.80 अरब डालर रहा था।
पिछले महीने सोने के आयात में गिरावट से देश का व्यापार घाटा भी घटकर सात महीने के निचले स्तर 8.98 अरब डालर पर आ गया। हालांकि मौजूदा त्योहारी सीजन को देखते हुए सोने के आयात में बढ़ोतरी का अनुमान है। सोने के आयात में बढ़ोतरी चालू खाते के घाटे में वृद्धि की प्रमुख वजहों में से एक है। चालू खाते का घाटा 2017-18 की पहली तिमाही के आखिर में बढ़कर 14.3 अरब डालर हो गया जो कि जीडीपी का 2.4 प्रतिशत है।
CAD का मतलब विदेशी मुद्रा के अंतरप्रवाह व बहिर्प्रवाह के अंतर से है। उल्लेखनीय है कि दक्षिण कोरिया से सोने के आयात में उछाल से चिंतित सरकार ने इस पर लगाम के लिए कुछ कदम उठाए हैं। भारत दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। इस लिहाज से केवल चीन ही उससे आगे है। आयात मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए किया जाता है