नई दिल्ली। चालू वित्तवर्ष के पहले 5 महीने यानि अप्रैल-अगस्त अवधि के दौरान सोने का आयात तीन गुना होकर 15.24 अरब डॉलर हो गया है, जबकि 2016-17 की समान अवधि में यह आकंड़ा 5.80 अरब डॉलर था। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अगस्त में, सोने का आयात पिछले वर्ष अगस्त माह की तुलना में 1.11 अरब डॉलर से बढ़कर 1.88 अरब डॉलर पहुंच गया है। पिछले महीने सोने के आयात में बढ़ोारी से व्यापार घाटा बढ़कर 11.64 अरब डॉलर हो गया है, जो कि अगस्त 2016 में 7.7 अरब डॉलर था।
आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुये कीमती धातु के आयात में बढ़ोारी होने की संभावना है। चालू खाता घाटे में इजाफा होने का एक कारण सोने के आयात में वृद्धि भी है। जून तिमाही में चालू खाता घाटा जीडीपी का 2.4 प्रतिशत हो गया है। सामान्य अर्थ में, चालू खाता घाटा विदेशी मुद्रा के प्रवाह और बहिर्वाह के बीच अंतर को संदर्भित करता है, जो विनिमय दर को प्रभावित करता है। वर्तमान में, चीन के बाद भारत दूसरा सबसे बड़ा सोना उपभोक्ता है।
सरकार ने सोने के आयात को कम करके चालू खाते के घाटे को काबू में करने के लिए तमाम तरह के प्रयास किए हैं लेकिन इसके बावजूद सोने के आयात में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सरकार ने घरेलू स्तर पर गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम लॉन्च की है साथ में गोल्ड बॉन्ड भी उतारे हैं लेकिन इसके बावजूद आयातकों की तरफ से विदेशी सोने का इंपोर्ट लगातार बढ़ रहा है। इस साल सोने के आयात में हुई इतनी ज्यादा बढ़ोतरी कहीं लंबी अवधि में इसके भाव में इजाफा होने का संकेत तो नहीं दे रही है?