नई दिल्ली। सोने का आयात चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 25 प्रतिशत घटकर 8.44 अरब डालर रहा। इसका कारण वैश्विक और घरेलू दोनों स्तरों पर मूल्यवान धातु की कीमतों में कमी आना है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की इसी तिमाही में सोने का आयात 11.26 अरब डालर था। इस साल जनवरी से सोने के भाव कम हो रहे हैं। सोने के आयात में गिरावट से चालू खाते के घाटे को काबू करने में मदद मिलेगी।
हालांकि दूसरी तरफ चांदी के आयात में बढ़ोतरी देखी जा रही है, वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक जून तिमाही के दौरान देश में चांदी का आयात 32 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा है। आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल से जून 2018 के दौरान देश में कुल 129 करोड़ डॉलर की चांदी का आयात हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2017-18 की समान अवधि के दौरान देश में 97.5 करोड़ डॉलर की चांदी का इंपोर्ट दर्ज किया गया था।
दुनियाभर में भारत सोने का दूसरा बड़ा उपभोक्ता और आयातक देश है, सालभर के दौरान देश में 700-800 टन सोने का आयात होता है लेकिन पिछले 2 साल से देश में सोने के आयात में लगातार कमी देखने को मिल रही है। सरकार भी घरेलू स्तर पर सोने के आयात में कमी चाहती है ताकि चालू खाते के घाटे को काबू में किया जा सके।